फरीदाबाद पुलिस ने लाखों की ठगी के 5 आरोपियों को दबोचा

फरीदाबाद : फरीदाबाद पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ कड़ा प्रहार करते हुए चार अलग-अलग मामलों में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लाखों रुपये की ठगी के रैकेट का पर्दाफाश किया है। साइबर थाना एनआईटी, सेंट्रल और बल्लभगढ़ की टीमों ने बर्गर किंग फ्रैंचाइजी, शेयर मार्केट निवेश और टेलीग्राम टास्क के बहाने ठगी करने वाले अपराधियों को धर दबोचा। इन मामलों में पीड़ितों से कुल 53 लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई, और पुलिस ने खाताधारकों के जरिए ठगों के नेटवर्क को उजागर किया है।

पहले मामले में, सेक्टर-21सी निवासी एक व्यक्ति ने सितंबर 2022 में बर्गर किंग फ्रैंचाइजी लेने के लिए गूगल पर सर्च किया। एक फर्जी वेबसाइट पर फॉर्म भरने के बाद उसे ई-मेल और कॉल के जरिए दस्तावेजों की मांग की गई। ठगों ने विभिन्न ट्रांजैक्शनों के जरिए 39 लाख रुपये ऐंठ लिए, लेकिन फ्रैंचाइजी से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिया। साइबर थाना एनआईटी ने इस मामले में बिहार के नालंदा जिले के पचेतन स्तवा गांव निवासी शशिकांत कुमार (27) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि शशिकांत ठगों के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराता था, और उसके खाते में ठगी के 20 लाख रुपये आए थे। इससे पहले इस मामले में आकाश सहित पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शशिकांत को कोर्ट ने जेल भेज दिया।

दूसरे मामले में, सैनिक कॉलोनी की एक महिला को 7 अक्टूबर को व्हाट्सएप पर वर्क फ्रॉम होम का मैसेज मिला। मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक करने के बाद वह टेलीग्राम के जरिए ठगों से जुड़ गई। टास्क पूरे करने के बहाने उसने 31,000 रुपये ट्रांसफर किए, लेकिन कोई रिटर्न नहीं मिला। साइबर थाना एनआईटी ने न्यू बसेलवा कॉलोनी निवासी नैतिक को गिरफ्तार किया, जिसके खाते में 26,000 रुपये आए थे। बीए का छात्र नैतिक ठगों के लिए खाता उपलब्ध कराता था। उसे अदालत ने जेल भेज दिया।

तीसरे मामले में, सेक्टर-8 निवासी एक व्यक्ति को सितंबर 2024 में व्हाट्सएप पर शेयर मार्केट में निवेश का लालच दिया गया। ठगों ने एक फर्जी एप पर खाता खुलवाकर 13,08,485 रुपये निवेश करवाए। जब पीड़ित ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो वह असफल रहा। साइबर थाना बल्लभगढ़ ने महाराष्ट्र के पिंपल गांव निवासी दिलिप शिवाजी दुसंगे (40) को गिरफ्तार किया। 9वीं पास और बेरोजगार दिलिप के खाते में 11,03,485 रुपये आए थे। उसे सात दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, और मामले की गहन जांच जारी है।

चौथे मामले में, न्यू बसेलवा कॉलोनी की एक महिला ने इंस्टाग्राम पर वर्क फ्रॉम होम का विज्ञापन देखा। 23 फरवरी को 200 रुपये का वेलकम बोनस मिलने के बाद उसे टेलीग्राम पर होटल रेटिंग जैसे टास्क दिए गए। पहले छोटे टास्क पर रिटर्न मिला, लेकिन बाद में 7,000 रुपये के टास्क के लिए 15,600 रुपये का वादा किया गया। खाता फ्रीज होने का डर दिखाकर ठगों ने विभिन्न ट्रांजैक्शनों में 1,35,300 रुपये ऐंठ लिए। साइबर थाना सेंट्रल ने राजस्थान के डीडवाना जिले के रामधना गांव निवासी पूर्ण सिंह राठौर (23) और ओपेंद्र सिंह (26) को गिरफ्तार किया। पूर्ण के खाते में 98,800 रुपये आए थे, जिसे ओपेंद्र ने ठगों को उपलब्ध कराया था। दोनों को चार दिन की रिमांड पर लिया गया है।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट, सोशल मीडिया और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर लोगों को ठग रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि ऑनलाइन ऑफर और निवेश के प्रस्तावों पर सावधानी बरतें और संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें। फरीदाबाद पुलिस की साइबर सेल इन मामलों में गहन जांच कर रही है, ताकि ठगों के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।

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