फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग ऐप से 11.20 लाख की ठगी का पर्दाफाश, गुजरात से दो आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के बाहरी उत्तरी जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को लूटने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गुजरात के साबरकांठा जिले से दो शातिर आरोपी, जाबिर हुसैन (38 वर्ष) और माज अरोडिया (30 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। इनके चंगुल से 11.20 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें डिजिटल सबूत के रूप में दो मोबाइल फोन, एक पासबुक, दो डेबिट कार्ड और एक चेकबुक बरामद की गई।

बाहरी उत्तरी जिले के डीसीपी हरीश्वर स्वामी ने बताया कि 13 मई को एनसीआरपी पोर्टल पर एक शिकायत मिली, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि फेसबुक ग्रुप में दिखाए गए फर्जी प्रॉफिट स्क्रीनशॉट्स के बहाने उसे ‘ब्लिंकमैक्स’ नामक फर्जी ट्रेडिंग ऐप पर निवेश करने के लिए उकसाया गया। 5-10% दैनिक रिटर्न का लालच देकर 11.20 लाख रुपये लूट लिए गए। जांच में एफआईआर दर्ज की गई।

साइबर क्राइम थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर गोविंद सिंह की देखरेख में सब-इंस्पेक्टर अमित अहलावत, हेड कांस्टेबल रमन सिंह (आईओ), मंदीप और पवन की टीम ने तकनीकी निगरानी और वित्तीय विश्लेषण किया। एसीपी ऑपरेशंस दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में गुजरात के गांव गढ़ा, साबरकांठा में छापेमारी की गई, जहां दोनों आरोपी पकड़े गए।

डीसीपी ने बताया कि आरोपियों का तरीका बेहद शातिर था। वे फर्जी ट्रेडिंग ऐप बनाते और सोशल मीडिया ग्रुप्स के जरिए निवेशकों को लुभाते। भरोसा जीतने के बाद शिकारों को सहयोगी खातों में पैसे जमा करने की सलाह देते, फिर फंड्स को कई खातों से लेयरिंग कर गुजरात-महाराष्ट्र के खातों में पहुंचा देते। जांच में तीन अन्य एनसीआरपी शिकायतें भी इससे जुड़ी पाई गईं, जो गुजरात और पड़ोसी राज्यों से चलाए जा रहे साइबर क्राइम नेटवर्क का खुलासा करती हैं।

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