फर्श बाजार की ज्वैलरी दुकान से 20 लाख नकद और 1400 ग्राम सोना लूटने वाले 3 बदमाश गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के शाहदरा में 15 सितंबर को दिनदहाड़े हुई 20 लाख रुपये नकद और 1400 ग्राम सोने की सनसनीखेज डकैती का दिल्ली पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। फर्श बाजार पुलिस थाना और अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने ‘ऑपरेशन कवच’ के तहत जयपुर और महाराष्ट्र के सांगली से विकास केदार, प्रशांत राजकुमार कदम और शुभम राजाराम कांबले को गिरफ्तार किया। इनके पास से 11.91 लाख रुपये नकद, 1400 ग्राम सोना, 2800 ग्राम चांदी और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। बदमाशों ने पुलिस कर्मियों की वेशभूषा में दुकान में घुसकर इस वारदात को अंजाम दिया था, जिससे फर्श बाजार के दुकानदारों में दहशत फैल गई थी।

15 सितंबर 2025 को शाहदरा के फर्श बाजार में दो अज्ञात व्यक्तियों ने पुलिस कर्मियों का भेष बनाकर एक ज्वैलरी दुकान में प्रवेश किया। उन्होंने कर्मचारियों को भ्रमित कर 20 लाख रुपये नकद और 1400 ग्राम सोना लूट लिया और फरार हो गए। इस वारदात की फर्श बाजार थाने में भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर फर्श बाजार थाना और अपराध शाखा (एआरएससी) की दो समानांतर टीमों का गठन किया गया।

फर्श बाजार थाना की टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर अजय करण शर्मा (थाना प्रभारी) ने किया, जिसमें इंस्पेक्टर कृष्ण गोपाल, उपनिरीक्षक विनय शर्मा, हेड कांस्टेबल अमित कुमार, कांस्टेबल यतेंद्र और कांस्टेबल विक्रांत शामिल थे। इसकी निगरानी सहायक पुलिस आयुक्त (शाहदरा) संजीव कुमार और उपायुक्त पुलिस (शाहदरा) प्रशांत गौतम ने की। इस टीम ने 17 सितंबर को जयपुर से दुकान के कर्मचारी विकास केदार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने वारदात में शामिल होने की बात कबूल की, जिसके बाद उसे पुलिस हिरासत में लिया गया।

क्राइम ब्रांच शाखा (एआरएससी) टीम इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के नेतृत्व में इस टीम में उपनिरीक्षक अमित चौधरी, मनोज कुमार, चंदर प्रकाश, सहायक उपनिरीक्षक गौरव त्यागी, शशिकांत, रविंदर मलिक, हेड कांस्टेबल मनोज, सचिन बलियान, देवेंद्र, सचिन कालखंडे और महिला कांस्टेबल निकिता शर्मा शामिल थे। इसकी निगरानी सहायक पुलिस आयुक्त संजय कुमार नागपाल और उपायुक्त पुलिस (क्राइम ब्रांच-1) संजीव कुमार यादव ने की। तकनीकी विश्लेषण से दो मोबाइल नंबरों का पता चला, जो वारदात के समय दिल्ली में सक्रिय थे और बाद में सांगली, महाराष्ट्र में चले गए। इन नंबरों के उपयोगकर्ता प्रशांत राजकुमार कदम और शुभम राजाराम कांबले के रूप में पहचाने गए।

19 सितंबर को क्राइम ब्रांच की टीम ने सांगली पुलिस के सहयोग से रातोंरात छापेमारी कर प्रशांत और शुभम को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 11.91 लाख रुपये, 1400 ग्राम सोना, 2800 ग्राम चांदी और दो मोबाइल फोन बरामद हुए।

पूछताछ में प्रशांत ने खुलासा किया कि वह और विकास तीन साल पहले सांगली में एक रक्तदान शिविर में मिले थे। 15-20 दिन पहले विकास और जीवन (फरार) ने उसे फर्श बाजार की ज्वैलरी दुकान में डकैती की योजना बनाई, जहां भारी मात्रा में नकदी और सोना रखा रहता था। पुलिस की वेशभूषा में डकैती करने का सुझाव दिया गया ताकि कर्मचारी विरोध न करें। प्रशांत ने अपने दोस्त शुभम को शामिल किया। 13 सितंबर को प्रशांत और शुभम गोवा एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंचे और 15 सितंबर को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर उतरे। विकास ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए उन्हें शाहदरा मेट्रो स्टेशन और फिर दुकान तक पहुंचाया।

15 सितंबर को दोपहर 1:50 बजे, जब दुकान मालिक शंकर पुजारी दोपहर के भोजन के लिए गए, प्रशांत और शुभम ने पुलिस कर्मियों का भेष बनाकर दुकान में प्रवेश किया और 12.37 लाख रुपये नकद, 1.4 किलोग्राम सोना और 2.8 किलोग्राम चांदी लूट लिया। दिल्ली की सड़कों से अपरिचित होने के कारण उन्होंने विकास को साथ लिया और ऑटो-रिक्शा से उत्तम नगर पहुंचे, जहां से टैक्सी लेकर जयपुर गए। जयपुर में विकास ने प्रशांत और शुभम को मुंबई की बस में बिठाया, जबकि वह खुद वहीं रुका। उसने अपने मालिक को फोन कर अपहरण की झूठी कहानी सुनाई। फर्श बाजार पुलिस ने जयपुर पहुंचकर विकास को हिरासत में लिया और कड़ी पूछताछ में उसने साजिश में शामिल होने की बात कबूल की।

संजीव कुमार यादव उपायुक्त पुलिस, क्राइम ब्रांच-1 ने बताया कि आरोपी विकास केदार (30 वर्ष) सांगली, महाराष्ट्र का निवासी है। वह पिछले एक साल से दुकान में काम कर रहा था। गरीब पृष्ठभूमि से होने के कारण उसने जल्दी अमीर बनने और पिता के इलाज के लिए पैसे की जरूरत के चलते यह साजिश रची। प्रशांत राजकुमार कदम (25 वर्ष सांगली का निवासी है । पुलिस अधिकारी बनने का सपना देखने वाला प्रशांत ग्रेजुएट है, लेकिन महाराष्ट्र पुलिस में नौकरी नहीं मिली। 2020 में सांगली में हत्या के प्रयास और दंगे के मामले में तीन महीने जेल में रह चुका है। शुभम राजाराम कांबले (25 वर्ष)। भई सांगली का निवासी और प्रशांत का बचपन का दोस्त है। वह एक पोल्ट्री फार्म में सुरक्षा सुपरवाइजर के रूप में काम करता है और प्रशांत के कहने पर साजिश में शामिल हुआ। आरोपियों से 11.91 लाख रुपये नकद, 1400 ग्राम सोना, 2800 ग्राम चांदी और दो मोबाइल फोन बरामद हुआ हैं। पुलिस अब फरार अभियुक्त जीवन की तलाश में है और मामले की गहन जांच कर रही है।

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