केले का ऑर्डर देकर फल विक्रेता से लूट, दिल्ली पुलिस ने बाइक सवार को दबोचा

नई दिल्ली:पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर थाना पुलिस ने एक आदतन लुटेरे नीलेश चौहान (23 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है। नीलेश ने पुरानी कोंडली में एक फल विक्रेता को लूटने के लिए चालाकी से 25 क्रेट केले का ऑर्डर दिया, उसे पेपर मार्केट, मयूर विहार फेज-III तक ले गया और वहां मारपीट कर उसका मोबाइल फोन और 4,000 रुपये नकद लूट लिए थे। आरोपी ने रजिस्ट्रेशन नंबर को टेप से छिपाकर पुलिस को चकमा देने की पूरी कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच कर अपराध में इस्तेमाल टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल भी जप्त कर ली है।

पूर्वी जिला के डीसीपी अभिषेक धनिया ने बताया कि 12 सितंबर को न्यू अशोक नगर थाने में एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें कठुरिया चौक, पुरानी कोंडली में रविवार बाजार रोड पर एक फल विक्रेता से लूट की सूचना दी गई। एसआई विशांत ने मौके पर पहुंचकर शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया। पीड़ित ने बताया कि एक अज्ञात बाइक सवार ने 25 क्रेट केले का ऑर्डर दिया और पेमेंट के बहाने उसे मयूर विहार फेज-III ले गया। वहां उसने डिलीवरी लेने से मना कर दिया, मारपीट की और उसका मोबाइल व 4,000 रुपये लूट लिए। इस आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ न्यू अशोक नगर और एसीपी कल्याणपुरी की निगरानी में एसआई विशांत, एचसी नितिन, एचसी अजीत और एचसी बॉबी की एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने तकनीकी निगरानी और 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जांच में मोटरसाइकिल का नंबर मिला, जिसमें एक अक्षर टेप से छिपाया गया था। पुलिस ने 26 संभावित नंबर संयोजनों की जांच कर सही नंबर का पता लगाया। यह मोटरसाइकिल गाजियाबाद निवासी नीलेश चौहान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। स्थानीय खुफिया जानकारी से पता चला कि नीलेश बार-बार किराए का मकान बदलकर पुलिस से बचता था। पुलिस ने उसके नए ठिकाने पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया। अपराध में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद कर ली गई, हालांकि लूटा गया मोबाइल अभी बरामद नहीं हुआ है।

डीसीपी अभिषेक धनिया ने बताया कि नीलेश चौहान (23 वर्ष) गाजियाबाद के बम्हेटा गांव का रहने वाला है। उसने केवल 8वीं तक पढ़ाई की है और वह बेरोजगार है। वह आदतन अपराधी है और यूपी में चोरी व लूट के करीब दस मामलों में पहले से शामिल रहा है। हाल ही में वह कासना जेल से 15 दिन पहले रिहा हुआ था, लेकिन सुधरने की बजाय उसने फिर से अपराध की राह चुनी। नीलेश की ठाठ-बाट वाली जिंदगी और आसान कमाई की चाहत ने उसे बार-बार अपराध की ओर धकेला। जांच अभी जारी है और नीलेश के अन्य अपराधों की कड़ियां तलाशी जा रही हैं।

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