सरिता विहार में हुए हत्याकांड का मुख्य आरोपी दो साल बाद गुरुग्राम से गिरफ्तार

नई दिल्ली: दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के सरिता विहार में हुए सनसनीखेज हत्याकांड के मुख्य आरोपी सोमनाथ पात्रो को आखिरकार दो साल की फरारी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। 27 वर्षीय सोमनाथ, जिसे कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था, गुरुग्राम के भोंडसी इलाके में छिपा हुआ था। दिल्ली के दक्षिण-पूर्वी जिले की एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड (एएनएस) ने उसे धर दबोचा।

दक्षिण-पूर्वी जिले के डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि यह मामला 15 सितंबर 2023 का है, जब सरिता विहार के आली विहार में 39 वर्षीय अर्धेंदु मंडल की चाकू मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य अपराध के बाद सरिता विहार थाने में मामला दर्ज हुआ। इस हत्याकांड में शामिल पांच अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, लेकिन सोमनाथ पिछले दो साल से पुलिस को चकमा दे रहा था।

पुलिस पूछताछ में सोमनाथ ने खुलासा किया कि वह फरारी के दौरान फर्जी पहचान के साथ गुरुग्राम में डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम कर रहा था। वह अपनी लोकेशन छिपाने के लिए बार-बार मोबाइल नंबर और फोन बदलता रहता था। उसका यह शातिराना तरीका पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।

डीसीपी ने बताया कि इंस्पेक्टर विष्णु दत्त के नेतृत्व में एएनएस की टीम ने तकनीकी और मैनुअल निगरानी के जरिए सोमनाथ का पता लगाया। हेड कॉन्स्टेबल मोहित वशिष्ठ ने गुरुग्राम में उसकी मौजूदगी की पुख्ता जानकारी दी। इसके बाद एसआई सुधीर, एएसआई उपेंद्र, हेड कांस्टेबल करमवीर, कुलदीप, प्रदीप, महिला हेड कांस्टेबल रामरति, कांस्टेबल विपुल और मनोज की टीम ने भोंडसी के लोहिया फार्म के पास छापेमारी कर सोमनाथ को गिरफ्तार कर लिया।

डीसीपी ने बताया कि सोमनाथ पात्रो सरिता विहार के न्यू प्रियंक कैंप में रहता था, उसका आपराधिक इतिहास भी रहा है। वह पहले सीआर पार्क थाने में चोरी के मामले में शामिल था। आगे कहा कि, “यह ऑपरेशन न केवल एक भगोड़े को पकड़ने की कामयाबी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अपराधी कितना भी छिपे, कानून उस तक पहुंच ही जाता है।”

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