दिल्ली पुलिस ने ठगों पर कसा शिकंजा, DSIDC में प्लॉट के नाम पर 2.65 लाख की ठगी करने वाले दो गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर थाना उत्तर-पश्चिम की टीम ने दिल्ली राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (डीएसआईडीसी) में प्लॉट एलॉटमेंट के नाम पर ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। आरोपियों ने शालीमार बाग निवासी विजय चावला से 2.65 लाख रुपये ठग लिए थे। पुलिस ने तकनीकी और मैनुअल जांच के जरिए दोनों ठगों को धर दबोचा और अपराध में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद किया। आरोपियों की पहचान राजू सिंह (38) और प्रियदर्शी उर्फ कपिल (40) के रूप में हुई हैं।

उत्तर-पश्चिम जिला के डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि 21 दिसंबर, 2024 को साइबर थाना उत्तर-पश्चिम में विजय चावला ने शिकायत दर्ज कराई कि साइबर ठगों ने उन्हें DSIDC एस्टेट में प्लॉट एलॉटमेंट का झूठा आश्वासन देकर 2.65 लाख रुपये ठग लिए। इस शिकायत के आधार पर धारा 318(4), 319(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर दिनेश दहिया, प्रभारी साइबर उत्तर-पश्चिम, की अगुआई में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई सुनीत, हेड कांस्टेबल राकेश, हेड कांस्टेबल जसबीर और कांस्टेबल राहुल शामिल थे। एसीपी राजीव कुमार की निगरानी में टीम ने मनी ट्रेल और तकनीकी सुरागों का विश्लेषण किया। जांच में पता चला कि ठगे गए रुपये म्यूल अकाउंट में जमा हुए और फिर एटीएम से निकाले गए। मोबाइल नंबर की लोकेशन और एटीएम फुटेज के आधार पर आरोपियों के ठिकाने न्यू अशोक नगर और ईस्ट विनोद नगर में चिन्हित किए गए। गहन जांच और निगरानी के राजू सिंह और प्रियदर्शी उर्फ कपिल को गिरफ्तार कर लिया गया।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि प्रियदर्शी ने राजू का फर्जी पता बनवाकर बैंक खाता खुलवाया और उसका क्रेडेंशियल अपने पास रखा। ठगी की रकम इसी खाते में मंगाई जाती थी, जिसे प्रियदर्शी एटीएम से निकालता था। अपराध में इस्तेमाल मोबाइल फोन भी प्रियदर्शी की निशानदेही पर बरामद किया गया। दोनों की अन्य ठगी मामलों में संलिप्तता की जांच जारी है।

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