दो लुटेरों को पकड़ सुलझाए चार बड़े केस, स्कूटी समेत लाखों का माल बरामद

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के सेंट्रल जिले में अपराधियों पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। राजिंदर नगर और प्रसाद नगर थानों की संयुक्त टीम ने दो शातिर लुटेरों-स्नैचर्स को धर दबोचा। इनके कब्जे से एक सोने की अंगूठी, 2200 रुपये नकद, लूटी गई ओप्पो मोबाइल फोन, एक हैंडबैग जिसमें आधार-पैन-वोटर आईडी जैसी दस्तावेज हैं, साथ ही चोरी की सफेद रंग की होंडा एक्टिवा स्कूटी बरामद की गई। अपराध के दौरान पहने गए कपड़े और जूते भी जब्त हो गए। इनकी गिरफ्तारी से राजिंदर नगर के एक लूट कांड, एक स्नैचिंग प्रयास, प्रसाद नगर का एक मोबाइल स्नैचिंग मामला और मोती नगर का एक वाहन चोरी का केस सुलझ गया।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी निधिन वल्सन ने बताया कि 22 अगस्त को प्रसाद नगर थाने में एक मोबाइल स्नैचिंग की ई-एफआईआर दर्ज हुई, जिसमें धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। उसके बाद 6 सितंबर को राजिंदर नगर के ओल्ड राजिंदर नगर में दो युवकों ने एक बुजुर्ग महिला से 14,000 रुपये, दो सोने की अंगूठियां, ओप्पो मोबाइल और आईडी प्रूफ्स वाला बैग लूट लिया। उसी दिन न्यू राजिंदर नगर में स्नैचिंग का प्रयास भी हुआ। दोनों घटनाओं में वही दो आरोपी सफेद स्कूटी पर सवार थे।

तकनीकी और मैनुअल खुफिया जानकारी से पता चला कि तीनों घटनाओं में वही आरोपी और टूटी नंबर प्लेट वाली स्कूटी शामिल थी। अपराधों की गंभीरता को देखते हुए प्रसाद नगर के एसएचओ और राजिंदर नगर के इंस्पेक्टर सनी कुमार की अगुवाई में संयुक्त टीम गठित की गई। इसमें एसएचओ प्रसाद नगर के एचसी विष्णु, कांस्टेबल राजेश, पुष्पेंद्र, उमेश और राजिंदर नगर के एसआई गौरव, एसआई योगेश, एचसी सुनील, मुरारी, दिनेश, अमिताभ, कांस्टेबल कुलदीप व मोनू शामिल थे। करोल बाग के एसीपी आशीष कुमार के पर्यवेक्षण में टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लोकल सोर्स और निगरानी का जाल बिछाया।

डीसीपी ने बताया कि 7 सितंबर की रात गुप्त सूचना मिली। गुप्तचर के संकेत पर टीम ने इंदरपुरी में छापा मारा और दोनों आरोपी पकड़े गए। इनकी पहचान इंदरपुरी निवासी 19 वर्षीय करण और नरैना निवासी 20 वर्षीय विकास की। गिरफ्तारी के समय विकास के पास राजिंदर नगर लूट कांड का ओप्पो मोबाइल बरामद हुआ। विकास के घर की तलाशी में सोने की अंगूठी, 2200 रुपये, लूटी गई बैग व आईडी प्रूफ्स, चोरी की स्कूटी और अपराध के कपड़े-जूते जब्त किए गए।

लंबी पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि स्मैक और शराब की लत पूरी करने के लिए लूट, स्नैचिंग और वाहन चोरी करते थे। दोनों स्कूल ड्रॉपआउट हैं। उनका तरीका था चोरी की स्कूटी पर अपराध करना और चोरी का माल बेचकर नशा खरीदना। करण पर पहले राजौरी गार्डन थाने में एफआईआर दर्ज है, जहां वह नाबालिग था। विकास पर भी राजौरी गार्डन का वही केस, मायापुरी में ई-एमवीटी और राजिंदर नगर में ई-एफआईआर दर्ज हैं।

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