फरीदाबाद में साइबर ठगी का भंडाफोड़: चार मामलों में 7 ठग गिरफ्तार, 12.94 लाख की धोखाधड़ी उजागर

फरीदाबाद : फरीदाबाद पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए चार अलग-अलग मामलों में सात ठगों को गिरफ्तार किया है। क्रेडिट कार्ड, स्टॉक मार्केट निवेश, कार रेंट और कार ट्रांसपोर्ट के नाम पर कुल 12,94,942 रुपये की ठगी के इन मामलों ने साइबर अपराध की गंभीरता को उजागर किया है। पुलिस ने ठगी की रकम और संबंधित सामग्री बरामद कर जांच को और तेज कर दिया है।

क्रेडिट कार्ड के नाम पर 29,934 रुपये की ठगी

फतेहपुर बिल्लौच के एक व्यक्ति ने साइबर थाना बल्लभगढ़ में शिकायत दर्ज की कि क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए आए फर्जी कॉल और लिंक के जरिए उसके खाते से 29,934 रुपये निकाल लिए गए। साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने अनिस (23, बदौई, यूपी) और रुहान अंसारी (23, भदौही, यूपी) को गिरफ्तार किया। अनिस ने रुहान को खाता उपलब्ध कराया, जिसमें ठगी की रकम आई। अनिस कालीन बनाने का काम करता है, जबकि रुहान दिल्ली में टैक्सी चलाता है। अनिस को जेल भेजा गया, और रुहान तीन दिन के रिमांड पर है।

स्टॉक मार्केट में 10.7 लाख की ठगी

सेक्टर 86 के एक व्यक्ति ने साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत की कि यूट्यूब विज्ञापन के जरिए उसे फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां एबॉट वेल्थ मैनेजमेंट का नाम सेबी-पंजीकृत होने का दावा कर 10,70,000 रुपये का निवेश करवाया गया। पैसे वापस नहीं मिले। साइबर थाना सेंट्रल ने अभिषेक कुमार (25, सीतामढ़ी, बिहार) और अंकुश सोना (27, डिबरूगढ़, असम) को गिरफ्तार किया। दोनों ठगों को खाता उपलब्ध कराते थे। खाताधारक गोपाल पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। अभिषेक एमबीए पास है और पहले चीनी कंपनी के लिए लोन दिलवाता था, जबकि अंकुश बीए पास और बेरोजगार है। दोनों को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।

ज़ूम कार ऐप के नाम पर 1.3 लाख की ठगी

सेक्टर 78 के एक व्यक्ति ने साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत की कि “ज़ूम कार” ऐप के जरिए फॉर्च्यूनर कार बुक करने के लिए 1,20,000 रुपये और 10,000 रुपये सिक्योरिटी के रूप में भेजे, लेकिन न कार मिली न पैसे। साइबर थाना सेंट्रल ने यश सलुजा (27, भोपाल, मध्य प्रदेश) और मयंक ठाकुर (24, छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश) को गिरफ्तार किया। यश ने फर्जी ऐप बनाया था, और मयंक एटीएम से ठगी की रकम निकालकर उसे देता था। दोनों को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है।

कार ट्रांसपोर्ट के नाम पर 45,008 रुपये की ठगी

एनएचपीसी आवासीय परिसर के एक व्यक्ति ने साइबर थाना एनआईटी में शिकायत की कि वीआरएल लॉजिस्टिक्स के नाम पर उसकी कार फरीदाबाद से रायपुर भेजने के लिए 45,008 रुपये लिए गए, लेकिन कार लेकर ठग फरार हो गए। साइबर थाना एनआईटी ने नरेंद्र (26, हिसार, हरियाणा) को गिरफ्तार किया। नरेंद्र ने भिवानी में डीएचएल लॉजिस्टिक्स के नाम से फर्जी फर्म खोली थी। सह-आरोपी ललित पहले ही जेल भेजा जा चुका है। नरेंद्र को रिमांड पर लिया जाएगा।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता के निर्देश पर साइबर ठगी के खिलाफ अभियान जोरों पर है। उन्होंने जनता से अपील की कि अज्ञात कॉल, लिंक या व्हाट्सएप ग्रुप पर भरोसा न करें और ठगी की शिकायत तुरंत साइबर थाने में दर्ज कराएं। जांच में और खुलासे की संभावना है।

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