गोरखपुर के लुटेरे पुलिस वाले ‘लापता’, 27 दिनों बाद भी नहीं सुलझी गुत्थी, अब विभाग ने भेजा फरार पुलिसकर्मियों को नोटिस

राष्ट्रीय जजमेंट

गोरखपुर : राजघाट पुल पर पांच अगस्त को हुई 90 हजार रुपये की लूट की गुत्थी अब तक पुलिस सुलझा नहीं पाई है. घटना के बाद शक के घेरे में आए चौकी इंचार्ज शुभम श्रीवास्तव समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित तो कर दिया गया, लेकिन उनकी भूमिका को लेकर रहस्य गहराता जा रहा है. सभी आरोपी पुलिस कर्मी घटना के बाद से ‘लापता’ हैं.विभागीय जांच शुरू : पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो चुकी है. पुलिस विभाग का नियम है कि सस्पेंशन के 20 दिन के अंदर पुलिस कर्मियों को पुलिस लाइन में अपनी आमद करानी होती है. लेकिन कोई भी पुलिस लाइन नहीं पहुंचा. ऐसा में विभाग ने पुलिसकर्मियों के घर नोटिस भेजा है. बावजूद उनका कुछ पता नहीं चल रहा है. जिससे इन पर शक और गहराता जा रहा है.
लूट करने वाले पुलिस की वर्दी में थे : राजघाट राप्ती नदी पुल पर बेलीपार थाना क्षेत्र के पिचौरा गांव के रहने वाले रवि शंकर के साथ तमंचे की बल पर 90 हजार रुपये की लूट हुई थी. लूट करने वाले सभी पुलिस की वर्दी में थे. लूट की घटना के दूसरे दिन 6 अगस्त को पीड़ित से फिर तीन लाख रुपये लूटने की कोशिश की गई. पीड़ित ने इसकी शिकायत सीधे एसपी सिटी अभिनव त्यागी से की.
बिना अनुमति मुंबई चले गए : केस दर्ज होने पर पता चला कि खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर लूट करने वालों के पीछे पुलिसकर्मियों की मिलीभगत की आशंका हुई. इसके बाद नौसढ़ चौकी प्रभारी रहे शुभम श्रीवास्तव, महिला दरोगा समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. जांच और पूछताछ की कार्यवाही पर तीन पुलिसकर्मी बिना अनुमति के जीडी में एक लड़की को बरामद करने का तथ्य दर्ज कर मुंबई चले गए.
विभाग ने भेजा नोटिस : इसके बाद 12 से 22 अगस्त तक के लिए मेडिकल भेज दिया. मेडिकल की समय सीमा खत्म होने के बाद भी पुलिस कर्मी वापस नहीं लौटे. 24 अगस्त को विभाग ने उनके मूल पते पर नोटिस भेजा और गैर हाजिर रहने का कारण पूछा. पुलिसकर्मियों ने इंदौर में जिस डॉक्टर से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया था, उसका भी वेरिफिकेशन कराया जा रहा है. पुलिसकर्मियों ने बताया था कि ट्रेन में यात्रा यात्रा के दौरान उन्हें फूड प्वाइजनिंग हो गई थी.एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ लूटकांड की जांच तेजी से की जा रही है. उम्मीद है कि बहुत जल्द यह गुत्थी सुलझ जाएगी और सच्चाई सामने आ जाएगी.

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More