एनडीएमसी ने शुरू किया दिल्ली हाट में खाद केंद्र, आराधना हाउसिंग सोसाइटी बनी ‘अनुपम कॉलोनी’

नई दिल्ली: नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने स्वच्छ और हरित राजधानी के सपने को साकार करने की दिशा में दो ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। शुक्रवार को एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा ने आईएनए-दिल्ली हाट में रीसाइक्लिंग और ट्रीटमेंट हेतु कूड़ा पृथक्करण (एसओआरटी) परियोजना के तहत एक अत्याधुनिक खाद निर्माण केंद्र का उद्घाटन किया। इसके साथ ही, कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण में सराहनीय प्रयासों के लिए आराधना हाउसिंग सोसाइटी को “अनुपम कॉलोनी” का सम्मान दिया गया। ये पहल न केवल नई दिल्ली को स्वच्छ बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं, बल्कि देश के अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा का काम करेंगी।

दिल्ली हाट में कचरे से खाद तक का सफर

आईएनए-दिल्ली हाट में शुरू किया गया खाद निर्माण केंद्र भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (आईपीसीए) और मदरसन समूह के सहयोग से संचालित एक संयुक्त परियोजना है। यह केंद्र केंद्रीकृत सामुदायिक क्लस्टर (सीसीसी) मॉडल पर आधारित है और 15 एरोबिन कंपोस्टर्स से लैस है, जिनमें प्रत्येक की क्षमता 400 लीटर है। ये कंपोस्टर्स दिल्ली हाट के 25 रेस्तरां से प्रतिदिन निकलने वाले 180 किलोग्राम जैविक कचरे (मासिक 5400 किलोग्राम) को पोषक तत्वों से भरपूर खाद में बदलेंगे। इस पहल से लैंडफिल में जाने वाले कचरे की मात्रा में कमी आएगी और चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।

उद्घाटन समारोह में बोलते हुए एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा ने कहा, “यह परियोजना केवल कचरा प्रबंधन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को फिर से परिभाषित करती है। दिल्ली हाट में स्थापित यह केंद्र सामुदायिक स्तर पर कचरे को संपदा में बदलने का एक अनूठा उदाहरण है। मैं आईपीसीए और मदरसन समूह को इस प्रयास के लिए बधाई देता हूं और सभी नागरिकों से स्रोत पर ही कचरे को अलग करने की अपील करता हूं।”

आईपीसीए के संस्थापक और निदेशक आशीष जैन ने इस अवसर पर कहा, “एरोबिन तकनीक गंध-मुक्त, बिजली-मुक्त और सामुदायिक स्थानों के लिए आदर्श है। यह मैन्युअल हैंडलिंग को खत्म करती है और पर्यावरण-मित्रता को बढ़ावा देती है। हमारा लक्ष्य इस परियोजना के जरिए शून्य-अपशिष्ट समाज की दिशा में बढ़ना है।” यह केंद्र भारत के चक्रीय अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण के साथ तालमेल बिठाते हुए लैंडफिल के बोझ को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

आराधना हाउसिंग सोसाइटी को ‘अनुपम कॉलोनी’ का सम्मान

इसी दिन, एनडीएमसी ने आराधना (बर्मा शेल कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी लिमिटेड) को कचरा पृथक्करण, खाद निर्माण और पुनर्चक्रण में अग्रणी प्रयासों के लिए “अनुपम कॉलोनी” घोषित किया। यह सम्मान एनडीएमसी के शून्य-अपशिष्ट मिशन के तहत प्रदान किया गया। समारोह में एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा, सचिव तारिक थॉमस, वरिष्ठ अधिकारी, और सोसाइटी के प्रबंध समिति के अध्यक्ष एन. मारवाह सहित कई निवासियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान “अनुपम कॉलोनी” बोर्ड का अनावरण भी किया गया।

अधिकारियों ने कॉलोनी के खाद निर्माण स्थल और रिड्यूस-रीयूज-रीसाइकल (आरआरआर) केंद्र का दौरा किया, जो व्हाई वेस्ट योर वेस्ट (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू) फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. रूबी मखीजा के मार्गदर्शन में संचालित हैं। सोसाइटी ने एनडीएमसी की स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शकुंतला श्रीवास्तव, चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंकिता राय और क्षेत्रीय स्वच्छता निरीक्षक राकेश कुमार के सहयोग की सराहना की।

सोसाइटी के अध्यक्ष एन. मारवाह ने गर्व के साथ कहा, “‘अनुपम कॉलोनी’ का दर्जा हमारे लिए सम्मान की बात है। यह उपलब्धि हमारे निवासियों, समर्पित कर्मचारियों और एनडीएमसी के सक्रिय सहयोग का परिणाम है। हम अपनी कॉलोनी को स्वच्छता और स्थिरता का एक आदर्श मॉडल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

स्वच्छ और हरित दिल्ली की ओर कदम

एनडीएमसी की ये दोनों पहल नई दिल्ली को स्वच्छ, हरित और शून्य-अपशिष्ट शहर बनाने के मिशन को मजबूती प्रदान करती हैं। दिल्ली हाट का खाद निर्माण केंद्र जहां तकनीकी नवाचार का प्रतीक है, वहीं आराधना हाउसिंग सोसाइटी की उपलब्धि सामुदायिक भागीदारी की ताकत को दर्शाती है। ये प्रयास न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देंगे, बल्कि अन्य शहरों और समुदायों को भी प्रेरित करेंगे।

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