अस्थाकुंज पार्क में क्रूर हत्याकांड का चौबीस घंटे में खुलासा, एक गिरफ्तार, दो नाबालिग हिरासत में

नई दिल्ली: दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के अमर कॉलोनी थाना क्षेत्र में अस्थाकुंज पार्क के पास हुए एक बेरहम हत्याकांड का जिले की एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड ने चौबीस घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। इस सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी 18 वर्षीय दिनेश उर्फ लल्ला को गिरफ्तार किया गया, जबकि दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खून से सने कपड़े, दो मोबाइल फोन और एक डंडा बरामद किया। साथ ही, आरोपियों को गांजा सप्लाई करने वाली 50 वर्षीय रहना को 175 ग्राम गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया।

दक्षिण-पूर्वी जिला के डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि 13 अगस्त की सुबह अमर कॉलोनी थाने को अस्थाकुंज पार्क में एक हत्या की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक की पहचान धरम उर्फ गुंगा के रूप में की, जो एक मूक-बधिर भिखारी था और इस्कॉन मंदिर के आसपास रहता था। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू हुई।

इंस्पेक्टर विष्णु दत्त के नेतृत्व में एएनएस टीम, जिसमें सब-इंस्पेक्टर नागेंद्र, हेड कांस्टेबल कर्मवीर, कुलदीप और मोहित शामिल थे, ने एसीपी दलीप सिंह की निगरानी में जांच शुरू की। घटनास्थल पर सीसीटीवी न होने की चुनौती के बावजूद, टीम ने राजा धीर सिंह मार्ग और इस्कॉन मंदिर के आसपास की सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया। रात 12:40 बजे की फुटेज में तीन लड़कों को एक ऑटो से उतरकर पार्क की ओर जाते देखा गया।

गुप्त सूचनाओं और निगरानी के आधार पर, पुलिस ने एक जाल बिछाया और दिनेश उर्फ लल्ला सहित दो नाबालिगों को हिरासत में लिया। उनके पास से हत्या के समय पहने गए खून से सने कपड़े, दो मोबाइल फोन और हत्या में इस्तेमाल डंडा बरामद हुआ। इसके अतिरिक्त, एक अन्य छापेमारी में रहना (50 वर्ष), निवासी गांधी कैंप, श्रीनिवासपुरी, को 175 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया, जो आरोपियों को नशीला पदार्थ सप्लाई करती थी। उसके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम की धारा 20 के तहत मामला दर्ज किया गया।

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी और नाबालिग अस्थाकुंज पार्क में खाना और नशा करने गए थे। रात को पार्क में बैठे हुए मृतक धरम उनकी ओर घूर रहा था। जब आरोपियों ने उससे इसका कारण पूछा और जवाब न मिलने पर गुस्से में आकर उन्होंने धरम पर मुक्कों, लातों और डंडे से हमला किया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट लगी और उसकी मौत हो गई।

डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि एएनएस टीम ने इस जघन्य हत्याकांड को 24 घंटे में सुलझाकर सराहनीय कार्य किया है। जांच अभी जारी है, और अन्य संभावित सुरागों की पड़ताल की जा रही है।

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