नौकर ने की 55 लाख की चोरी, पुलिस ने पूरी रकम बरामद कर आरोपी को दबोचा

नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तर-पश्चिम जिला की एएटीएस और केशवपुरम थाना की संयुक्त टीम ने एक चोरी के मामले का खुलासा करते हुए आरोपी 27 वर्षीय नरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने मालिक से 55 लाख रुपये की नकदी चुराई थी, जिसे पुलिस ने शत-प्रतिशत बरामद कर लिया।

उत्तर-पश्चिम जिला के डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि 27 जुलाई को लॉरेंस रोड निवासी नंद किशोर ने केशवपुरम थाने में शिकायत दर्ज की। वे प्रॉपर्टी डीलिंग का व्यवसाय करते हैं और उनका कार्यालय भी उसी स्थान पर है। उनके डिलीवरी बॉय नरेंद्र शर्मा को 24 जुलाई को 55 लाख रुपये की नकदी एक पार्टी को देने के लिए सौंपी गई थी। नरेंद्र ने बैग में रकम लेकर कार्यालय छोड़ दिया, लेकिन बाद में उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। बार-बार संपर्क करने पर भी जवाब न मिलने पर शिकायतकर्ता को शक हुआ कि नरेंद्र रकम लेकर फरार हो गया। इसके बाद थाना केशवपुरम में धारा 316(4)/317(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एएटीएस के प्रभारी इंस्पेक्टर जितेंद्र तिवारी और थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया और दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में छापेमारी की। 200 से अधिक कॉल डिटेल रिकॉर्ड और इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच के बाद महत्वपूर्ण सुराग मिले। आरोपी बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था, अंततः नरेंद्र शर्मा को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया, और उसके कब्जे से पूरी 55 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई।

पूछताछ में नरेंद्र ने अपराध कबूल किया। उसने बताया कि वह जल्दी अमीर बनने और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने की चाह में चोरी की साजिश रची। वह लंबे समय से कार्यालय में नकदी की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। जब मालिक ने उस पर भरोसा जताते हुए इतनी बड़ी रकम सौंपी, तो उसने मौके का फायदा उठाया। उसने यह भी बताया कि उसकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं थी और उसने यह अपराध अकेले ही अंजाम दिया।

आरोप नरेंद्र शर्मा, हरियाणा के महेंद्रगढ़ के भामनवास खेता गांव का रहने वाला है। वह 9वीं कक्षा तक पढ़ा है और उसके परिवार में पत्नी, दो बच्चे और माता-पिता हैं। उसने 2020 में शिकायतकर्ता के यहां डिलीवरी बॉय के रूप में काम शुरू किया था, लेकिन 2023 में पारिवारिक कारणों से नौकरी छोड़ दी। मार्च 2025 में पैसे की जरूरत के चलते उसने दोबारा काम शुरू किया और इस चोरी की योजना बनाई।

डीसीपी भीष्म सिंह ने कहा कि यह मामला पुलिस की तकनीकी और क्षेत्रीय जांच की सफलता को दर्शाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कर्मचारियों की नियुक्ति से पहले उनकी पृष्ठभूमि की जांच जरूर करें। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि अन्य संभावित अपराधों का भी पता लगाया जा सके।

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