दिल्ली पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का किया पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की उत्तरी जिला की साइबर क्राइम यूनिट,ने डिजिटल गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में राजस्थान के बाड़मेर से बंशी लाल और प्रेम कुमार को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने बीएसएनएल से सेवानिवृत्त 57 वर्षीय कैलाश कुमार मीना से 14 लाख रुपये की ठगी की थी।

उत्तरी जिला के डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए धमकी दी गई कि उनके बैंक खाते का इस्तेमाल साइबर धोखाधड़ी के लिए हो रहा है और पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने आ रही है। डर के मारे उन्होंने कॉल करने वाले के बताए खाते में 14 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इस शिकायत के आधार पर थाना साइबर नॉर्थ में 22 अप्रैल मामला दर्ज किया गया।

डीसीपी ने बताया कि इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने 100 से अधिक मोबाइल नंबरों और आईएमईआई के कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया, साथ ही बैंक खातों और यूपीआई से जानकारी जुटाई। संदिग्धों की लगातार बदलती लोकेशन के बावजूद, पुलिस ने बाड़मेर में उनकी लोकेशन का पता लगाया। 15 जून को बाड़मेर में छापेमारी के दौरान बंशी लाल को गिरफ्तार किया गया। उसकी पूछताछ में सह-आरोपी प्रेम कुमार का नाम सामने आया, जिसे उसी दिन उसी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में बंशी लाल ने बताया कि उसने प्रेम कुमार के कहने पर अपना बैंक खाता उपलब्ध कराया, जिसके बदले उसे आठ हजार रुपये मिले। प्रेम कुमार ने खुलासा किया कि उसने बंशी लाल का खाता सतपाल बिश्नोई नामक व्यक्ति को हजार रुपये में दिया, जो ठगी की रकम को इस खाते में ट्रांसफर करवाता था। प्रेम कुमार ने सतपाल को एक अन्य व्यक्ति, चिन्नू लाल, का खाता भी 15 हजार रुपये में उपलब्ध कराया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किए। मोबाइल डेटा विश्लेषण से पता चला कि प्रेम कुमार इस गिरोह में बैंक खाते उपलब्ध कराने वाला प्रमुख साजिशकर्ता है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस सतपाल बिश्नोई सहित अन्य संदिग्धों की तलाश में है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More