Jammu Kashmir में हमले के बाद अब स्थिति हुई सामान्य, फिर से छात्रों के लिए खोले गए स्कूल

राष्ट्रीय जजमेंट

भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई है। दोनों देशों के बीच की पैदा हुई तनाव की स्थिति को रोकने के लिए युद्ध विराम की घोषणा की गई थी। इसके तीन दिन बाद जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में अब जन जीवन सामान्य हो गया है। जम्मू कश्मीर के रियासी में जनजीवन अब पटरी पर लौटने लगा है।

मीडिया रिपोर्ट्स में सुबह के समय छात्र स्कूल जाते दिखाई दिए है। हालांकि, सांबा जिले के एक सीमावर्ती गांव के स्थानीय निवासियों को पाकिस्तानी सेना का डर सता रहा है, क्योंकि सोमवार रात को विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं और एक घर में छर्रे लगे। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण प्रभावित घर की छत और रसोईघर क्षतिग्रस्त हो गया है।
स्थानीय निवासी दलबीर सिंह ने बताया कि पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण लगातार भय बना हुआ है। “कल रात हमें कुछ पता नहीं था, लेकिन हमने शोर सुना। सुबह हमने देखा कि यह हुआ है। हालांकि, ज़्यादा नुकसान नहीं हुआ है। जब विस्फोट हुआ तो हम सब घर पर थे। बाद में पुलिस आई और स्थिति का जायजा लिया। डर का माहौल है।”

एक अन्य स्थानीय व्यक्ति कृष्ण चंद ने बताया कि जब विस्फोट हुआ तब वह बाहर बैठे थे। उन्होंने कहा, “कल रात हमें कुछ पता नहीं था, लेकिन हमने शोर सुना। सुबह हमने देखा कि यह घटना हुई है। हालांकि, ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। विस्फोट के समय हम सभी घर पर थे। बाद में पुलिस आई और स्थिति का जायजा लिया। वहां डर का माहौल है।” एक अन्य सीमावर्ती गांव के स्थानीय निवासी प्रखर सिंह ने कहा, “जब ड्रोन से गोलीबारी हुई, तो मैं अपने बच्चों को शांत करने की कोशिश कर रहा था। पाकिस्तान मानने को तैयार नहीं है।”

सोमवार शाम को सांबा में ब्लैकआउट के बीच भारतीय वायु रक्षा बलों ने पाकिस्तानी ड्रोनों को रोका, जिसके बाद लाल धारियां देखी गईं और विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। सेना के सूत्रों ने बताया कि सांबा सेक्टर में कुछ संख्या में ड्रोन आए थे, जिन पर कार्रवाई की जा रही है। सेना के सूत्रों ने बताया कि तुलनात्मक रूप से सांबा सेक्टर में बहुत कम संख्या में ड्रोन आए हैं और उन पर कार्रवाई की जा रही है तथा इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।

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