दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 400 किमी की चेज के बाद दो लुटेरे को पकड़ा

नई दिल्ली: दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ और एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड की संयुक्त टीम ने 400 किलोमीटर से अधिक की ताबड़तोड़ तलाशी और पीछा करने के बाद चांदनी चौक में हुई सनसनीखेज डकैती के दो लुटेरों को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में लूटी गई 29.25 लाख रुपये की नकदी, अपराध में इस्तेमाल टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल, और डकैती के दौरान पहने गए कपड़े बरामद किए गए। आरोपियों की पहचान रोहिणी निवासी 40 वर्षीय रवि गुप्ता और 34 वर्षीय अमित के रूप में हुई, जिनका पहले से आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया कि 28 अप्रैल को थाना हौज काजी में डकैती की एक घटना दर्ज की गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अपने नियोक्ता के व्यापारिक सहयोगी से कुंचा घासी राम, चांदनी चौक में करीब 60 लाख रुपये लिए थे। जब वह अपने नियोक्ता के घर पहुंचा और स्कूटी से नकदी वाला बैग उतार रहा था, तभी एक व्यक्ति ने बंदूक की नोक पर बैग छीन लिया और अपने साथी के साथ मोटरसाइकिल पर फरार हो गया। इस मामले में थाना हौज काजी में केस दर्ज किया।

डीसीपी ने बताया कि इस मामले में स्पेशल स्टाफ और एएटीएस की संयुक्त टीम गठित की गई। टीम ने तुरंत तकनीकी और मैनुअल निगरानी शुरू की। तीन दिनों तक चली अथक मेहनत में पुलिस ने चांदनी चौक, हैदरपुर, दशरथपुरी मेट्रो स्टेशन, सूरज पार्क, और लाल किला रोड जैसे क्षेत्रों में 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। लुटेरों ने चोरी की नंबर प्लेट वाली मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया था, लेकिन पुलिस ने उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी। पुलिस ने दिल्ली, हरियाणा, और पंजाब में आरोपियों का पीछा किया। चंडीगढ़, जीरकपुर, पंचकूला, और समालखा जैसे शहरों को कवर करते हुए 400 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की गई। अंततः पानीपत, हरियाणा में एक सामरिक ऑपरेशन के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रवि गुप्त और अमित के रूप में हुई। पूछताछ में रवि गुप्ता ने खुलासा किया कि उसने लूटी गई राशि में से 5.20 लाख रुपये अपने भाई के बैंक खाते में जमा किए और 1.78 लाख रुपये के आभूषण अपनी पत्नी के लिए खरीदे। दोनों ने शुरू में गलत जानकारी देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने लूटी गई 29,25,600 रुपये की नकदी, टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल और डकैती के दौरान पहने गए कपड़े बरामद कर लिए।

रवि गुप्ता, जो दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम स्नातक है, पहले एक इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में काम करता था, लेकिन आसान कमाई के लिए अपराध की राह पर चल पड़ा। अमित, जो स्कूल ड्रॉपआउट है, गलत संगत में पड़कर चोरी और डकैती में शामिल हुआ। दोनों ने चांदनी चौक में वित्तीय लेन-देन की रेकी की थी और कई बार योजना बनाकर इस डकैती को अंजाम दिया। डकैती में इस्तेमाल पिस्तौल उन्हें पंकज नामक एक साथी ने दी थी, जो अभी फरार है। पुलिस शेष राशि, हथियार, और पंकज की तलाश में जुटी है।

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