सर्वदलीय बैठक जारी, जान गंवाने वालों के लिए रखा गया 2 मिनट का मौन

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज 

मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन मैदान में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें से ज़्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमलों में से एक है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे। पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के शोकाकुल परिवारों ने सरकार से इस क्रूर कृत्य के लिए ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ़ निर्णायक कार्रवाई करने का आह्वान किया। इसी को लेकर सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक में भाग लेने वाले विभिन्न दलों के नेताओं ने पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा। सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीरीजू मौजूद थे। सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। इससे पहले विपक्ष ने मांग की थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बैठक की अध्यक्षता करें। मोदी बृहस्पतिवार को बिहार के दरभंगा के दौरे पर थे, जहां उन्होंने घोषणा की कि पहलगाम के हत्यारों और उनके समर्थकों की पहचान कर उन्हें दंडित किया जाएगा। सर्वदलीय बैठक के एक दिन पहले सरकार ने पाकिस्तान को निशाना बनाकर कई कदमों की घोषणा की। सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय बुधवार को लिया गया था और सिंह एवं शाह ने विभिन्न दलों से संपर्क किया। राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित किसी अहम घटना के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा रही है, जैसा 2019 में पुलवामा आतंकी हमला या 2020 में भारत-चीन गतिरोध के दौरान देखा गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल सभी आतंकवादियों और इसकी साजिश रचने वालों को ‘‘उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा देने’’ का संकल्प जताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि अब आतंकियों की ‘‘बची खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने’’ का समय आ गया है। मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है बल्कि देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। उन्होंने अपने भाषण में कुछ बातें अंग्रेजी में भी कहीं, जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘मित्रों, आज मैं बिहार की धरती से पूरी दुनिया को बता देना चाहता हूं कि भारत एक एक आतंकवादी और उनके आकाओं की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें सजा देगा। हम धरती के आखिरी छोर तक उनका (पहलगाम के हमलावरों का) पीछा करेंगे। आतंकवाद कभी भारत का मनोबल नहीं तोड़ पाएगा।’’ मंगलवार को पहलगाम के बैरसन में आतंकी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी का पहला सार्वजनिक बयान है। मारे गए लोगों में बिहार के मूल निवासी मनीष रंजन भी थे जो हैदराबाद में आसूचना ब्यूरो (आईबी) में ‘सेक्शन ऑफिसर’ के रूप में पदस्थ थे। मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले के निवासी मनीष का परिवार अब पश्चिम बंगाल के झालदा में रहता है। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसे दिए एक संदेश में कहा, ‘‘ मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी..सजा मिलकर रहेगी।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ अब आतंकियों की बची खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।’’

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