इंडिगो ‘एमएक्स’ विकल्प पेश करने पर कर रही विचार

राष्ट्रीय जजमेंट

विमानन कंपनी इंडिगो समावेशिता को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयासों के तहत लैंगिक रूप से तटस्थ ‘एमएक्स’ विकल्प पेश करने पर विचार कर रही है। यह विकल्प ‘‘इंटरनल कैंडिडेट’’ के लिए होगा।

इस विकल्प को चुनने वाले को अपनी लैंगिक पहचान उजागर नहीं करनी होगी। इसके अलावा देश की इस सबसे बड़ी विमानन कंपनी का लक्ष्य अपने यहां रोजगार पाने वाले दिव्यांग व्यक्तियों की संख्या को दोगुना करना है।

इंडिगो के समूह मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुखजीत एस पसरीचा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि विमानन कंपनी ने ‘एलजीबीटीक्यू’ समुदाय के लिए विभिन्न पहल लागू की हैं, जिसमें ‘एलजीबीटीक्यू’ व्यक्तियों की भर्ती को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष रूप से तैयार कर्मचारी रेफरल कार्यक्रम शामिल हैं।

विमानन कंपनी में 31 मार्च, 2024 के अंत तक 36,860 स्थायी कर्मचारी थे, जिनमें 5,038 पायलट और चालक दल के 9,363 सदस्य थे। पसरीचा ने कहा, “हमारी कंपनी में 60 से अधिक शहरों में 240 से अधिक दिव्यांग व्यक्ति ग्राहक सेवा में कार्यरत हैं। दिव्यांग व्यक्तियों की नियुक्ति सुरक्षा, आवास आवश्यकताओं और कौशल परीक्षण समेत कई कारकों के आधार पर निर्धारित की जाती है।

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