मोदी सरकार ने रफाल डील से हटा दिया भ्रष्टाचार विरोधी क्लॉज़: वरिष्ठ पत्रकार एन राम
रफाल विमान सौदे से उपजा विवाद मोदी सरकार का दामन छोड़ने का नाम नहीं ले रहा। रक्षा मंत्रालय के अलावा सौदे में पीएमओ के ‘समानांतर बातचीत’ की भूमिका पर मचा हंगामा अभी थमा भी नहीं था कि एक अंग्रेजी अखबार ने मोदी सरकार पर विमान सौदे से ‘भ्रष्टाचार विरोधी क्लॉज’ हटाने का दावा किया है। ‘द हिंदू’ में वरिष्ठ पत्रकार एन राम ने लिखा है कि
भारत सरकार ने डील पर हस्ताक्षर होने के कुछ दिन पहले ही भ्रष्टाचार विरोधी दंड और एस्क्रो एकाउंट (तीसरे पक्ष को दिए गए पैसे का लिखित ब्योरा) के तहत पेमेंट के प्रावधान को हटा दिया। भारत और फ्रांस के बीच हो रहे 7.87 बिलियन यूरो के राफेल डील में मोदी सरकार ने यह अप्रत्याशित छूट दी। ऐसे में यह मोदी सरकार के उस दावे पर सवाल उठाता है, जिसमें अक्सर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही जाती रही है। यह कदम उस दावे का भी खंडन है जिसमें यूपीए सरकार के दौरान हुए रक्षा सौदों में घोटालों पर कार्रवाई की बात कही गई थी।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ही ‘द हिंदू’ ने रफाल रक्षा सौदे में पीएमओ की दखल की बात को उजागर की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में आपत्ति भी जाहिर की थी और डील को प्रभावित करने वाला कदम बताया था। अब डील से महज कुछ ही दिन पहले भ्रष्टाचार विरोधी प्रावधान हटाने वाली बात को पीएमओ की दखल से जोड़कर देखा जा रहा है।
Congress President Rahul Gandhi : Every defence deal has an anti-corruption clause. The Hindu has reported that the PM removed the anti-corruption clause. It is clear that the PM facilitated loot. #Rafale pic.twitter.com/FnZEkELOPt
— ANI (@ANI) February 11, 2019
 
			 
				 
											