राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज
कुछ लोगों के लिए अयोध्या एक शहर मात्र हो सकता है, मगर कई लोगों के लिए अयोध्या जीवन है। अयोध्या सभ्यता है, अयोध्या पूरे देश की संस्कृति का अहम हिस्सा है। प्रभु श्री राम भारतीय संस्कृति की चेतना है। भगवान श्री राम की धाम अयोध्या में दिव्य और भव्य राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन करने को हर राम भक्त आतुर है। प्रभु श्री राम के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से राम भक्त अयोध्या पहुंचने के लिए आतुर है।
अयोध्या मात्रा अयोध्या नहीं है बल्कि अयोध्या प्रभु श्री राम की अयोध्या है, जिसे सप्तपुरियों में प्रथम स्थान हासिल है। इस अयोध्या नगरी में 5 अगस्त 2019 को श्री राम मंदिर भूमि पूजन किया गया था। इस आयोजन के बाद माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि रामकाज किए बिना मोहे कहा विश्राम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इन्हीं वचनों के कारण अयोध्या और अयोध्या से जुड़े हर व्यक्ति को उत्साह मिला। अयोध्या के सौंदर्य करण से जुड़े हुए हर व्यक्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस वाक्य से खुद को जुड़ा हुआ पाया। अयोध्या वजन से संबंधित 37 विभागों की 30, 000 करोड रुपए से अधिक की 178 परियोजनाओं के जरिए एक ही लक्ष्य को साधने की कोशिश की जा रही है कि दुनिया भर में प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या अतुलनीय बने।
इसी कड़ी में 821 एकड़ में बनी 2200 मीटर लंबी और 45 मीटर चौड़े रनवे के साथ अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम का उद्घाटन हो चुका है। इस एयरपोर्ट के पहले चरण को 1450 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। पहले चरण में तैयार इस एयरपोर्ट में सालाना 10 लाख यात्री आ सकते हैं। अयोध्या एयरपोर्ट का निर्माण कुछ इस तरह से किया गया है कि एयरपोर्ट पहुंचने पर यात्रियों को प्रभु श्री राम के राम मंदिर की झलक देखने को मिलेगी। एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदरूनी हिस्सों को भगवान श्री राम के जीवन से प्रेरित किसी और कहानियों से दर्शाया गया है। एयरपोर्ट के अलावा अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन का उपहार भी जनता को मिला है जो अब श्रद्धालुओं और यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के लिए तैयार है।
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