21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा’

राष्ट्रीय जजमेंट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में आकर मन धन्य हो जाता है। कुछ वर्ष पहले जब मैं बाबा केदार के दर्शन के लिए निकला था, तो अचानक मेरे मुंह से निकला था कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है। मुझे खुशी है कि अपने उस कथन को मैं लगातार चरितार्थ होते हुए देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि बीते दिनों उत्तरकाशी में टनल से हमारे श्रमिक भाईयों को सुरक्षित निकालने का जो सफल अभियान चला, उसके लिए मैं राज्य सरकार समेत सभी का अभिनंदन करता हूं।मोदी ने कहा कि सामर्थ्य से भरी ये देवभूमि निश्चित रूप से आपके लिए बहुत सारे द्वार खोलने जा रही है। आज भारत विकास भी और विरासत भी के जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है, उत्तराखंड उसका प्रखर उदाहरण है। उन्होंने कहा कि आपको आज देश में नीति-संचालित शासन दिखेगी, आपको आज राजनीतिक स्थिरता के लिए देशवासियों का मजबूत आग्रह दिखेगा। उन्होंने कहा कि आकांक्षी भारत आज अस्थिरता नहीं चाहता, वह आज स्थिर सरकार चाहता है। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में हमने ये देखा है और उत्तराखंड के लोगों ने इसे पहले ही करके दिखाया है।नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत और भारतीयों को दुनिया जिस उम्मीद और सम्मान से देख रही है, उसे हर भारतीय एक दायित्व के रूप में ले रहा है। हर देशवासी को लगता है कि विकसित भारत का निर्माण उसकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की सरकार अपनी तरफ से जमीनी सच्चाई को समझते हुए यहां तेजी से काम कर रही है और भारत सरकार की योजनाओं को, हमारे विजन को भी उतनी ही तेजी से जमीन पर उतारती है। मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों की अप्रोच थी कि जो इलाके सीमा पर हैं, उनको ऐसे रखा जाए कि access कम हो। डबल इंजन की सरकार ने इस सोच को भी बदला है। हम सीमावर्ती गांवों को लास्ट विलेज नहीं, बल्कि देश के फर्स्ट विलेज के रूप में विकसित करने में जुटे हैं।

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