युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन! वर्टिकल ड्रिलिंग से बचाई जाएगी मजदूरों की जान

राष्ट्रीय जजमेंट

उत्तरकाशी टनल हादसे के 9 दिन बाद आज यानि मंगलवार, 21 नवंबर से रेस्क्यू टीम वर्टिकल ड्रिलिंग (Vertical Drilling) शुरू कर सकती है. यह नए विकल्प को आसान बनाने के साथ-साथ वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ सुरंग के बाधित हिस्से पर हारिजांटल ड्रिलिंग की चुनौती को दूर करने की दिशा में मदद करेंगे. जानकारी के अनुसार, इस काम के लिए संस्थान के दो वरिष्ठ विज्ञानी सोमवार शाम सिलक्यारा पहुंच गए, उम्मीद है कि आज दोपहर से वह अपना काम शुरू कर देंगे. वर्टिकल ड्रिलिंग के स्थलों का निरीक्षण करेंगे विशेषज्ञ सूत्रों ने बताया पहले विज्ञानी सुरंग की पहाड़ी पर वर्टिकल ड्रिलिंग के स्थलों का निरीक्षण करेंगे. इस दौरान वह देखेंगे कि ड्रिलिंग वाले स्थान पर चट्टानों की प्रकृति क्या है? और सुरंग तक ड्रिल करने में बीच में किसी तरह की बाधा तो नहीं आएगी. इसके अलावा विज्ञानी यह भी पता करने की कोशिश करेंगे कि सुरंग में भूस्खलन से बाधित हिस्से में क्षैतिज ड्रिलिंग में बार-बार बाधा क्यों पहुंच रही है. वाडिया संस्थान की उपस्थिति के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने की उम्मीद बढ़ गई है.

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