बिहार: सरकार द्वारा 10 अप्रैल 2023 को अधिसूचित “बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक ( नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवा शर्त ) नियमावली- 2023” में राज्य सरकार ने पूर्व से नियोजित एवं कार्यरत शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा नहीं दे उन्हें नियोजन इकाइयों के अंदर ही छोड़कर शिक्षकों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है lसरकार के इस धोखे के विरुद्ध राज्य में गठित “संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा” के आह्वान पर शिवहर प्रखंड के सभी शिक्षक प्रखंड कार्यालय शिवहर के समक्ष सरकार के वादाखिलाफी के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन कर नियमावली की प्रतियां जलाई तथा सरकार के खिलाफ नारे लगाए l
संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना था कि सरकार हमेशा ही आश्वासन देती रही है कि शिक्षकों के लिए बहुत कुछ करने जा रहे हैं, परंतु इस नियमावली में वादा के अनुरूप उन्हें कुछ नहीं मिला है l उनसबों का यह भी कहना था कि हम सभी पूरे मनोयोग पूर्वक विद्यालय में शिक्षण कार्य करते आ रहे हैं, परंतु सरकार के छलावे के कारण बहुत आहत हैं।सरकार अगर हमारी मांगों के अनुरूप राज्य कर्मी का दर्जा नहीं देती है तब हम सभी जाति आधारित गणना 2022 के द्वितीय चरण का बहिष्कार करते रहेंगे l इस आशय की लिखित सूचना चार्ज पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी, शिवहर को दे दी गयी है l
प्रदर्शन में संघीय नेता उमेश कुमार तिवारी, मुकुंद कुमार, रमाकांत, मनीष कुमार सिंह, कामेश्वर तिवारी, नीलम कुमारी, राम नारायण ठाकुर, सुरेंद्र कुमार पांडेय, शिवचंद्र चौधरी, दिनेश कुमार,2 शिवचंद्र राम, वीरेंद्र बैठा, अखिलेश गुप्ता, दिवाकर कुमार सिंह, संजीव कुमार शर्मा, धर्मजीत कुमार, सुखारी पासवान, विश्वनाथ कुमार, रमेश कुमार, कामेश्वर प्रसाद, सतीश कुमार, शंभू कुमार,रेयाज अहमद, प्रकाश कुमार शर्मा, धूपलाल बैठा, राहुल कुमार, नाशिद रजा, राजेश कुमार,सीमा कुमारी, पुष्पा कुमारी, छाया कुमारी, सोंपा कुमारी, पुष्पा तिवारी, ममता कुमारी, चंदा जयसवाल, आशारानी, अनामिका कुमारी, शफीदा खातून, सोनी कुमारी, मीना कुमारी, नीलम कुमारी, चंद्रकला कुमारी, संगीता कुमारी ,रानी कुमारी, शबाना खातून, रेनू कुमारी ,सविता कुमारी सहित दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल थे l
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