शिवहर:आने वाले कई वर्षों तक भारतीय राजनीति बीजेपी के आसपास और उसके पक्ष और विपक्ष में घूमती रहेगी. हो सकता है कि इस बीच में बीजेपी कोई चुनाव हार भी जाए लेकिन विमर्श के केंद्र में बीजेपी ही रहेगी.भारतीय लोकतंत्र के भीड़ भरे बाज़ार में बेशुमार पार्टियां हैं. लेकिन बीजेपी अकेली राष्ट्रीय पार्टी है जिसे विचारधारा और पॉलिटिक्स के आधार पर अलग से पहचाना जा सकता है. उसके पास कुछ ऐसा है जो बाकी पार्टियों के पास नहीं है.
मार्केटिंग की भाषा में बीजेपी के पास यूएसपी यानि यूनिक सेलिंग प्वायंट या प्वायंट्स हैं. इस यूएसपी के सहारे बीजेपी ने भारतीय राजनीति में वो जगह बना ली है जिसकी वजह से ये कहा जा सकता है कि हम बीजेपी सिस्टम यानि बीजेपी के वर्चस्व वाली राजनीति के दौर में प्रवेश कर चुके हैं या करने वाले हैं. ये दौर लंबा चल सकता है.बीजेपी विकास, प्रशासनिक कार्य और शिक्षा, स्वास्थ्य और नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले में बाकी दलों से सबसे अलग है. जैसे की भारतीय जनता पार्टी एक सुदृढ़, सशक्त, समृद्ध, समर्थ एवं स्वावलम्बी भारत के निर्माण हेतु निरंतर सक्रिय है।
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