मखलूक(समाज) की खिदमत से खुदा राजी होता है (सय्यद फैज हसन सफवी)

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

उन्नाव: सय्यद फैज हसन सफवी (अध्यक्ष आल इंडिया सुन्नी सूफी फाउंडेशन) ने रमजान में लोगो से ज्यादा से ज्यादा नेक काम करने की अपील की कहा की रमजान के रोजे का मकसद ये भी है कि हम उन गरीब लोगो की भूक का एहसास कर सके जिन को खाना नसीब नहीं होता प्यास हमको ये याद दिलाती है कि पानी कितना कीमती है इस् लिए पानी बिला वजह न बहाए ये किसी की प्यास बुझाने के काम आ सकता है।

जब रमज़ान का महीना आता है तो रहमत के दरवाज़े खोल दिए जाते हैं और जहन्नुम के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं और शैतानों को ज़ंजीरों में जकड़ दिया जाता है। हजरत ने कहा की याद रहे मखलूक(समाज) की खिदमत से खुदा राजी होता है! लोगो की मदद करे कुरान की तिलावत करें भूको को खाना खिलाए मस्जिदों को आबाद करें अपने मुल्क ओ मिल्लत की हिफाजत के लिए खूब खूब अल्लाह से दुआ करे।

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