रायबरेली ऊंचाहार के बड़वापुर मजरे खोजन पुर गांव निवासी हारून 45 वर्ष बीती 16 फरवरी गुरुवार को ऊंचाहार में मालगाड़ी ट्रेन की चपेट में आने से दोनों पैर कट गए थे उपचार के लिए ऊंचाहार सीएससी ले जाया गया था ऊंचाहार सीएससी में प्राथमिक उपचार कर उसे रायबरेली रेफर कर दिया गया था रायबरेली सीएससी पहुंचने के बाद उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर पर कर दिया गया था। पीड़ित का आरोप है कि लखनऊ ट्रामा सेंटर में उसका इलाज नहीं किया गया लखनऊ ट्रामा सेंटर से कहकर निकाल दिया गया कि बेड खाली नहीं है जबकि पीड़ित के पास आयुष्मान भारत कार्ड भी है जहां एक तरफ सरकार स्वास्थ्य को लेकर आए दिन गरीबों के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं निकालती है और स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहती हैं वहीं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बड़ी लापरवाही कर सरकार की सारी मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं पीड़ित ने सरकार से गुहार लगाई है कि उसका इलाज किया जाए नहीं तो उसकी मौत हो जाएगी जिसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ सरकार होगी।
वाइट पीड़ित हारून वाइट मोहम्मद शाहिद उर्फ राजू। बाइट पत्नी हारून
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