कायमगंज फर्रुखाबाद: थाना क्षेत्र के अंतर्गत में अवैध एवं अधोमानक रूप से संचालित हो रहे अस्पतालों व क्लीनिकों की बाढ़ सी आ गयी है। जिसमे ज्यादातर हॉस्पिटल पंजीकृत नहीं है फिर भी धड़ल्ले से चल रहे हैं। मजे की बात एक और बताये जो कि आपको जानकर बहुत आश्चर्य होगा कि इन अबैध अस्पतालों के शाइन बोर्ड पर फिजिशियन व सर्जन डाक्टरों का तो अम्बार लगा होता है मगर अस्पताल में कोई डॉक्टर नही होता है। ये सब चीजें न होने से आये दिन इन अस्पतालों में मरीजों की जाने जाती रहती हैं।आपको बताते चले कि हाल ही में पुल ग़ालिब पुलिया पर बस स्टैंड के पीछे एक नए अस्पताल का जन्म हुआ है जिसका नाम शिव बजरंज हॉस्पिटल है इनके शाइन बोर्ड पर बड़े बड़े डॉक्टरों का परिचय दिया हुआ है मगर अन्दर अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं बैठता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि इस पूरे हॉस्पिटल को एक आशा संगिनी व उनकी बेटी जो कि एएनएम किये हुए हैं वो दोनो मां बेटी मिलकर चलाती है। इन सब चीजों को मद्देनजर रखते हुए ये सिद्ध हो गया है कि पूरा अस्पताल राम भरोसे चल रहा है कभी भी कोई भी किसी भी मरीज के साथ किस भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित हो सकती है। वैसे भी पुल ग़ालिब पुलिया अबैध अस्पतालों व क्लीनिकों का अड्डा बन चुका है जहां पर आए दिन मरीजों की जानें जाती है। अभी कुछ दिन पहले ही एक अस्पताल में एक प्रसूता व एक नवजात बच्चे की जान लेली गयी थी। बड़े लोग होने और विभाग में अच्छी पहुँच होने के कारण ये लोग हमेशा बच जाते हैं।
मगर सवाल ये है कि गरीब मरीज की जान के कोई कीमत नहीं ? आखिरकार ये सब कब तक चलेगा ?हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई बार अबैध अस्पतालों पर कार्यवाही भी की गई है सील भी किये गए हैं मगर सवाल ये है की सील हुआ अबैध अस्पताल बिना मानक पूरे किए सील टूट कैसे जाती है ? और वह अस्पताल फिर से कैसे चलने लगता है ? कौन है वो लोग जो सील हुए अस्पताल की सील को तुड़वाते हैं ?इस मामले में सीएमओ फर्रुखाबाद से बात की गई तो उन्होंने बताया है पहले भी कार्यवाही की गई थी अब भी की जाएगी टीम बनाकर जाँच करवाकर बिना पंजीकरण और बिना पूरे मानक के संचालित अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाकर कठोरतम कार्यवाही अमल में लाते हुए मुकद्दमा दर्ज कराया जाएगा।
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