नर्स के हाथ से फिसलकर गिरा नवजात, मौत

हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही से सूनी हो गई महिला की कोख, पुलिस ने दर्ज की FIR लखनऊ के एक निजी अस्पताल में स्टाफ की लापरवाही से महिला की कोख उजड़ गई। प्रसव के बाद नर्स ने बच्चे को एक हाथ मे बेढंगे तरीके से पकड़ा हुआ था।
बच्चा उसके हाथ से फिसलकर फर्श पर गिरा और उसकी मौत हो गई। इसके बाद डॉक्टरों ने महिला के घरवालों को बताया कि बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ था। मगर, पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल प्रबंधन और स्टाफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
चिनहट के जुग्गौर निवासी जीवन राजपूत अपनी पत्नी पूनम का प्रसव करवाने के लिए करीब 10 दिन तक चक्कर काटता रहा। मगर, डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने की बजाय पास के CNH अस्पताल में प्रसव करवाने का दबाव बनाया। 19 अप्रैल को दर्द उठने पर जीवन मजबूरन पत्नी को CNH अस्पताल लेकर गया। यहाँ उससे ऑपरेशन के रुपए जमा करवाकर पूनम को भर्ती किया गया।
परिजनों को मिलने नहीं दिया, विरोध पर की पिटाई
जीवन ने पुलिस को बताया कि पूनम को भर्ती करने के बाद स्टाफ ने किसी को भी उससे मिलने नही दिया। दोपहर करीब एक बजे डॉक्टर उसे लेबर रूम में ले गए। करीब एक घंटे बाद पूनम के चीख-चीखकर रोने की आवाज बाहर आई। इस पर जीवन और उसके घरवाले अंदर जाने का प्रयास किया, तो स्टाफ ने उन्हें रोक दिया। विरोध करने पर परिजनों की पिटाई भी की।
नर्स के हाथ से फिसलकर गिरा नवजात, मौत:हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही से सूनी हो गई महिला की कोख, पुलिस ने दर्ज की FIR
लखनऊ 3 दिन पहले हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही से सूनी हो गई महिला की कोख, पुलिस ने दर्ज की FIR|लखनऊ,
लखनऊ के एक निजी अस्पताल में स्टाफ की लापरवाही से महिला की कोख उजड़ गई। प्रसव के बाद नर्स ने बच्चे को एक हाथ मे बेढंगे तरीके से पकड़ा हुआ था। बच्चा उसके हाथ से फिसलकर फर्श पर गिरा और उसकी मौत हो गई। इसके बाद डॉक्टरों ने महिला के घरवालों को बताया कि बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ था। मगर, पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल प्रबंधन और स्टाफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
चिनहट के जुग्गौर निवासी जीवन राजपूत अपनी पत्नी पूनम का प्रसव करवाने के लिए करीब 10 दिन तक चक्कर काटता रहा। मगर, डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने की बजाय पास के CNH अस्पताल में प्रसव करवाने का दबाव बनाया। 19 अप्रैल को दर्द उठने पर जीवन मजबूरन पत्नी को CNH अस्पताल लेकर गया। यहाँ उससे ऑपरेशन के रुपए जमा करवाकर पूनम को भर्ती किया गया।
परिजनों को मिलने नहीं दिया, विरोध पर की पिटाई
जीवन ने पुलिस को बताया कि पूनम को भर्ती करने के बाद स्टाफ ने किसी को भी उससे मिलने नही दिया। दोपहर करीब एक बजे डॉक्टर उसे लेबर रूम में ले गए। करीब एक घंटे बाद पूनम के चीख-चीखकर रोने की आवाज बाहर आई। इस पर जीवन और उसके घरवाले अंदर जाने का प्रयास किया, तो स्टाफ ने उन्हें रोक दिया। विरोध करने पर परिजनों की पिटाई भी की।
मां की आंखों के सामने बच्चे ने छटपटाकर तोड़ा दम
किसी तरह धक्का-मुक्की करते जीवन पत्नी के पास पहुंचा। सामने मृत बच्चा देखकर उसने डॉक्टरों से बात की, तो उसे बताया गया कि मरा हुआ बेटा पैदा हुआ था। लेकिन जब वो पूनम के पास गया तो उसके आंसू नही थम रहे थे। पूनम ने बताया कि बेटा जिंदा पैदा हुआ था। नर्स ने उसे बेहद गलत ढंग से एक हाथ में टांग रखा था। बच्चा अचानक हाथ फिसलकर फर्श पर गिरा। उसकी आंखों के सामने बच्चा कुछ देर तड़पा फिर दम तोड़ दिया।
महिला की आप बीती सुन पुलिस ने कराया पोस्टमार्टम
बच्चे के मौत की दास्तान सुनकर जीवन हंगामा करने लगा। इस पर फिर अस्पताल स्टाफ ने उसकी पिटाई की। जीवन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पूनम के बयान के आधार पर नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि सिर में गंभीर चोट लगने से बच्चे की मौत हुई थी। चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम तिवारी ने बताया कि हॉस्पिटल स्टाफ और डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उन्हें बयान के लिए थाने बुलाया गया है।

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