स्थानीय विकासखंड महराजगंज में वर्षों पूर्व डाटा हेराफेरी के आरोप बर्खास्त कंप्यूटर पर जिले की महिला डीपीएम मेहरबान है जो मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर पलीता लग रहा है बता दे मनोज सिंह पूर्व में शौचालय के डाटा हेराफेरी के आरोप में बर्खास्त किए जा चुके हैं लेकिन फिर भी ग्राम सचिव व प्रधान का डिजिटल सिगनेचर जिले की महिला ने डीपीएम काजल विश्वकर्मा की मेहरबानी से महाराजगंज जिला का कार्यभार संभाल रहे हैं
वह भ्रष्टाचार को रोकने हेतु पारदर्शिता लाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक पर भुगतान रजिस्टर व ब्लॉक के अधिकृत ऑपरेटर से डिजिटल सिग्नेचर लगवाने के लिए पत्र के माध्यम से सभी ब्लाकों को आदेशित किया था लेकिन महाराजगंज ब्लॉक व जिला मुख्यालय के कुछ तीमारदारों की वजह से अभी भी लंबी पहुंच वाले ऑपरेटर की कहानी एक आज अधिकारी पर पर भारी पड़ रही है जहां जांच में कर्मचारियों व खंड विकास अधिकारी लीपापोती करने में लगे हैं वहीं सरकार की भ्रष्टाचार को रोकने हेतु जीरी टालरेंस की नीति पर पलीता लग रहा है देखना है इस कार्य को मुख्य विकास अधिकारी औचक निरीक्षण करते हुए क्या कार्रवाई करते हैं वही इस पर भ्रष्टाचार की सवालिया निशान खड़ा करता है
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