पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 31 जनवरी 2022

नीरजपाराशर आचारय:
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* जय श्री राधे *
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
**ll जय श्री राधे ll**
??????????

दिनाँक-:31/01/2022,सोमवार
चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष
माघ
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि——– चतुर्दशी 14:17:39 तक
पक्ष———————– कृष्ण
नक्षत्र—- उत्तराषाढा 21:56:28
योग———— वज्र 10:24:19
योग———- सिद्वि 30:39:25
करण——- शकुनी 14:17:39
करण——- चतुष्पद 24:44:42
वार——————– सोमवार
माह———————– माघ
चन्द्र राशि————– मकर
सूर्य राशि—————– मकर
रितु———————-शिशिर
आयन—————- उत्तरायण
संवत्सर———————प्लव
संवत्सर (उत्तर) ————-आनंद
विक्रम संवत————- 2078
विक्रम संवत (कर्तक) —-2078
शाका संवत—————1943

वृन्दावन
सूर्योदय————- 07:07:39
सूर्यास्त————– 17:57:55
दिन काल ————-10:50:16
रात्री काल———– 13:09:13
चंद्रास्त————- 16:59:40
चंद्रोदय————– 31:18:42

लग्न—-मकर16°59′ , 286°59′

सूर्य नक्षत्र—————- श्रवण
चन्द्र नक्षत्र———— उत्तराषाढा
नक्षत्र पाया——————ताम्र

??? पद, चरण ???

भो—- उत्तराषाढा 11:08:14

जा—- उत्तराषाढा 16:32:04

जी—- उत्तराषाढा 21:56:28

खी—- श्रवण 27:21:35

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मकर 16:42 ‘ श्रवण , 3 खे
चन्द्र =मकर 00°23 ‘उ o षा o , 2 भो
बुध = मकर 01 ° 07 ‘ उ०षा० ‘ 2 भो
शुक्र=धनु(व) 16°05, पू oषा o ‘ 2 धा
मंगल=धनु 10°30 ‘ मूल ‘ 4 भी
गुरु=कुम्भ 12°30 ‘ शतभिषा, 2 सा
शनि=मकर 20°43 ‘ श्रवण ‘ 4 खो
राहू=(व)वृषभ 03°50’ कृतिका , 3 उ
केतु=(व)वृश्चिक 03°50 अनुराधा , 1 ना

??? मुहूर्त प्रकरण ???

राहू काल 08:29 – 09:50 अशुभ
यम घंटा 11:12 – 12:33 अशुभ
गुली काल 13:54 – 15:15 अशुभ
अभिजित 12:11 -12:54 शुभ
दूर मुहूर्त 12:54 – 13:38 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:05 – 15:48 अशुभ

?चोघडिया, दिन
अमृत 07:08 – 08:29 शुभ
काल 08:29 – 09:50 अशुभ
शुभ 09:50 – 11:12 शुभ
रोग 11:12 – 12:33 अशुभ
उद्वेग 12:33 – 13:54 अशुभ
चर 13:54 – 15:15 शुभ
लाभ 15:15 – 16:37 शुभ
अमृत 16:37 – 17:58 शुभ

?चोघडिया, रात
चर 17:58 – 19:37 शुभ
रोग 19:37 – 21:15 अशुभ
काल 21:15 – 22:54 अशुभ
लाभ 22:54 – 24:33* शुभ
उद्वेग 24:33* – 26:11* अशुभ
शुभ 26:11* – 27:50* शुभ
अमृत 27:50* – 29:28* शुभ
चर 29:28* – 31:07* शुभ

?होरा, दिन
चन्द्र 07:08 – 08:02
शनि 08:02 – 08:56
बृहस्पति 08:56 – 09:50
मंगल 09:50 – 10:44
सूर्य 10:44 – 11:39
शुक्र 11:39 – 12:33
बुध 12:33 – 13:27
चन्द्र 13:27 – 14:21
शनि 14:21 – 15:15
बृहस्पति 15:15 – 16:10
मंगल 16:10 – 17:04
सूर्य 17:04 – 17:58

?होरा, रात
शुक्र 17:58 – 19:04
बुध 19:04 – 20:09
चन्द्र 20:09 – 21:15
शनि 21:15 – 22:21
बृहस्पति 22:21 – 23:27
मंगल 23:27 – 24:33
सूर्य 24:33* – 25:38
शुक्र 25:38* – 26:44
बुध 26:44* – 27:50
चन्द्र 27:50* – 28:56
शनि 28:56* – 30:01
बृहस्पति 30:01* – 31:07

?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??

मकर > 06:16 से 07:56 तक
कुम्भ > 07:56 से 09:24 तक
मीन > 09:24 से 10:50 तक
मेष > 10:50 से 13:27 तक
वृषभ > 13:27 से 15:23 तक
मिथुन > 15:23 से 16:40 तक
कर्क > 16:40 से 18:58 तक
सिंह > 18:58 से 20:03 तक
कन्या > 20:03 से 11:28 तक
तुला > 11:28 से 01:43 तक
वृश्चिक > 01: 43 से 04:06 तक
धनु > 04:06 से 06:16 तक

?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 14 + 2 + 1 = 32 ÷ 4 = 0 शेष
स्वर्ग लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

केतु ग्रह मुखहुति

? शिव वास एवं फल -:

29 + 29 + 5 = 63 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* सर्वार्थसिद्धि योग 21:56 से

* गुरु हरिराय जयन्ती

* मेहर बाबा पुण्यतिथि

??? शुभ विचार ???

एकाक्षरप्रदातारं यो गुरुं नाऽभिवन्दते ।
श्वानयोनिशतं भुक्त्वा चांडालेष्वभिजायते ।।
।।चा o नी o।।

जिस व्यक्ति ने आपको अध्यात्मिक महत्ता का एक अक्षर भी पढाया उसकी पूजा करनी चाहिए. जो ऐसे गुरु का सम्मान नहीं करता वह सौ बार कुत्ते का जन्म लेता है. और आखिर चंडाल बनता है. चांडाल वह है जो कुत्ता खाता है.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: भक्तियोग अo-12

क्लेशोऽधिकतरस्तेषामव्यक्तासक्तचेतसाम्‌ ।,
अव्यक्ता हि गतिर्दुःखं देहवद्भिरवाप्यते ॥,

उन सच्चिदानन्दघन निराकार ब्रह्म में आसक्त चित्तवाले पुरुषों के साधन में परिश्रम विशेष है क्योंकि देहाभिमानियों द्वारा अव्यक्तविषयक गति दुःखपूर्वक प्राप्त की जाती है॥,5॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
अपेक्षित कार्यों में अप्रत्याशित बाधा आ सकती है। तनाव रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। राज्य के प्रतिनिधि सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद से क्लेश संभव है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें।

?वृष
भूमि, भवन, दुकान व फैक्टरी आदि के खरीदने की योजना बनेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। अपरिचितों पर अतिविश्वास न करें। प्रमाद न करें। कुबुद्धि हावी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।

?मिथुन
कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मातहतों से संबंध सुधरेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। जल्दबाजी न करें। कष्ट, भय, चिता व बेचैनी का वातावरण बन सकता है।

?कर्क
पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। सुख के साधनों पर व्यय हो सकता है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें। बेचैनी रहेगी। चोट व रोग से बचें। काम का विरोध होगा। तनाव रहेगा। कोर्ट व कचहरी के काम अनुकूल होंगे।

?सिंह
नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कारोबारी अनुबंधों में वृद्धि हो सकती है। समय का लाभ लें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। कानूनी बाधा आ सकती है। विवाद न करें।

?‍♀️कन्या
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बेचैनी रहेगी। थकान महसूस होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।

⚖️तुला
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी विवाद में उलझ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जोखिम न उठाएं। घर-बाहर असहयोग मिलेगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। आय में कमी हो सकती है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है।

?वृश्चिक
पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। पारिवारिक चिंता में वृद्धि होगी। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी के व्यवहार से क्लेश हो सकता है।

?धनु
शुभ समाचार मिलेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार के साथ मनोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। लेन-देन में सावधानी रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। परिवार में तनाव रह सकता है।

?मकर
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आय के स्रोतों में वृद्धि हो सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बाधा संभव है। फालतू खर्च होगा। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। शत्रु नतमस्तक होंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। प्रयास सफल रहेंगे।

?कुंभ
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी।

?मीन
विद्यार्थी वर्ग सफलता अर्जित करेगा। पठन-पाठन में मन लगेगा। दूर यात्रा की योजना बन सकती है। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। बेचैनी रहेगी। धनार्जन सुगम होगा।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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