कानपूर : घर अंदर घुसके किया पति-पत्नी और बेटे का बेहरहमी से मर्डर

कानपुर। कानपुर के व्यापारी की गोरखपुर में हत्या की जांच सीबीआइ से कराने की उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश के 12 घंटे के अंदर ही कानपुर शहर में ट्रिपल मर्डर से सनसनी फैल गई। यहां पर परचून की दुकान चलाने वाले के साथ ही उसकी पत्नी तथा बेटे की गला काटकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश घर के मेन गेट पर ताला लगा दिया और मृतक की बाइक लेकर भाग निकले। एक साथ तीन हत्‍याओं ने पुलिस के लिए बड़ी चुनौती पेश की है।

तिहरे हत्याकांड की जानकारी होते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर जांच शुरू की है। वहीं घर के बाहर लोगों की भीड़ लगी हुई और राजनीतिक पाटियों के नेता भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। दंपती घर पर ही बाहर बड़े भाई के नाम से परचून की दुकान चलाकर परिवार पाल रहा था।

फजलगंज चौराहे से गोविंद नगर के रास्ते पर उपनिदेशक विद्युत सुरक्षा कार्यालय के पास मकान में प्रेम किशोर, पत्नी ललिता देवी और 12 वर्षीय बेटे नैतिक के साथ रह रहे थे। मकान के बाहर ही बड़े भाई राजकिशोर जनरल स्टोर के नाम से परचून की दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करते थे। शनिवार की सुबह लगभग 8:30 बजे पड़ोसी राजेश ने प्रेमकिशोर के भाई राजकिशोर को फोन किया तो उनकी बेटी निकिता ने बात की। राजेश ने उसे बताया कि राजकिशोर के घर के बाहर ताला लगा है और एक व्यक्ति उनकी बाइक ले जाते दिखा है। इसपर राजकिशोर परिवार के साथ घर पहुंचे तो मकान और दुकान पर ताले लगे मिले। मोबाइल फोन पर कॉल किया लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

मौके पर आई पुलिस दुकान के ताले तोड़कर घर के अंदर दाखिल हुई तो नजारा देखकर सभी दंग रह गए। मकान के अंदर प्रेमकिशोर, उनकी पत्नी और बेटे के रक्तरंजित शव पड़े थे। तीनों के सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला करके हत्या की गई और सिर काे पॉलिथीन से कसकर बांधा गया था। तीनों के शवों को एक जगह लाने के बाद कंबल डालकर हत्या फरार हो गया।घटना की जानकारी होते ही लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि हत्यारों ने घटना को लूटपाट दर्शाने की कोशिश की है लेकिन यह लूट नहीं बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ पति, पत्नी और बच्चे की हत्या की गई है। हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

शव उठाने को लेकर स्वजन ने किया हंगामा

फारेंसिक टीम से जांच के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया तो मृतक के भाई और स्वजन ने हंगामा किया। स्वजन ने शवों को दिखाए बगैर मनमाफिक काम करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और शव वापस लाने की मांग पर अड़ गए। कार्यवाहक पुलिस कमिश्नर, डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल समेत कई पुलिस कर्मी मान मनौवल में लगे रहे, लेकिन स्वजन अपनी मांग पर अड़े थे। आधे घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने स्वजन को सड़क से हटाया। बाद में अपनी गाड़ियों से सभी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया।

जरा भी छल किया तो दे दूंगा जान

भाई राजकिशोर का आरोप है कि परिवार के बिना जिम्मेदार लोगों के पहुंचे ही पुलिस ने अपने तरीके से काम किया है। न तो मौके पर कुछ देखने दिया न ही शवों की स्थिति दिखाई कि कैसे मेरे भाई और उसके परिवार को मारा गया। पुलिस ने जरा भी छल करने का प्रयास किया तो अपनी जान दे दूंगा।

ललिता से की थी दूसरी शादी

मूलरूप से उन्नाव जिले के बैजनाथ खेड़ा के रहने वाले प्रेम किशोर ने ललिता से दूसरी शादी की थी। करीब सोलह साल पहले सड़क हादसे में पहली पत्नी गीता देवी की मृत्यु हो गई थी। हादसे में गीता की मौत के समय उनके दो बच्चे थे। प्रेम किशोर ने उस समय पांच साल के बेटे पुनीत और तीन साल की बेटी प्रीति के सिर से मां का साया उठने के बाद ललिता से दूसरी शादी की थी। प्रेम किशोर से शादी के बाद ललिता ने नैतिक को जन्म दिया था।

विधायक और सपा नेता भी पहुंचे : तिहरे हत्याकांड की सूचना मिलने के बाद विधायक सुरेंद्र मैथानी मौके पर पहुंच गए, वहीं सपा नेता विकास यादव भी मौके पर पहुंच गए हैं।

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