दबंगों को नहीं है पुलिस प्रशासन का खौफ, पुलिस द्वारा आदेश देने के बाबजूद नहीं हटा रहे अवैध कब्ज़ा,

दवंगों ने नहर / सिंचाई विभाग की सरकारी नाली (गूल ) पर किया अवैध कब्ज़ा, सिंचाई विभाग मौन:-

राष्ट्रीय जजमेन्ट / विक्रान्त सिन्हा

फर्रुखाबाद :- यूँ तो आये दिन अवैध कब्जे की शिकायतें पुलिस व प्रशासन के पास आती हैं। जिनमें पुलिस /प्रशासन द्वारा अवैध कब्जे हटवाए जाते रहे हैं, मगर अवैध कब्जे को लेकर आज एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है। जिसमें ग्राम चौरसिया मझोला, राजस्व गॉव खिनमिनी, थाना मऊ दरवाजा – फर्रुखाबाद निवासी राजीव व रवि पुत्रगण रामऔतार एवं सरनाम सिंह पुत्र हरदयाल व इनके परिजनों ने अपनी दवंगई के बल पर सरकारी गूल (नाली) पर अवैध कब्ज़ा कर लिया है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उपरोक्त दवंगों ने राजस्व ग्राम खिनमिनी, परगना शमसाबाद (पश्चिम), तहसील कायमगंज, जिला फर्रुखाबाद के मजरा चौरसिया मझोला स्थित नहर विभाग की सरकारी गूल (नाली) संख्या – 836 को अपने खेत गाटा संख्या- 835 में अवैध तरीके जोतकर मिला लिया, तथा सरकारी गूल (नाली) संख्या – 839 व 847 पर गैरकानूनी तरीके से अपने ट्यूबबेल की पाइप लाइन बिछाकर कब्ज़ा कर लिया है और उक्त नाली की जमीन को निजी तौर पर पैसा लेकर सिंचाई करके व्यावसायिक रूप से प्रयोग कर रहे हैं, जो कि पूर्ण रूप से गैरकानूनी है।

इतना ही नहीं, उपरोक्त दवंगों तथा सर्वेश कुमार c/o. गजराज सिंह निवासी चौरसिया मझोला आदि ने दिनाँक 15-09-2021को खिनमिनी स्थित मुख्य नहर से निकली हरसिंहपुर माइनर पर (मुख्य नहर से लगभग 250 मीटर उत्तर में) गाटा संख्या 762 के पास माइनर की पटरी काटकर क्षतिग्रश्त कर दी तथा पाइप लाइन बिछाने की तैयारी कर रहे थे।

चौरसिया मझोला निवासी विक्रान्त सिन्हा (पत्रकार) ने मोबाइल द्वारा जिसकी सूचना नहर विभाग के जे. ई. सतेन्द्र सिंह (मो.7895434305) सेकर दी। जिसकी जांच करने के लिए विभाग के जिलेदार नवीन गंगवार (मो.9792273315) तथा सींचपाल अश्वनी उर्फ रजत कुमार (मो.7880877202) मौके पर आकर माइनर की काटी गई पटरी का निरीक्षण कर फोटो आदि खींचे, तथा शख्त कार्यवाही का आश्वाशन देकर चले गए। मगर आजतक उपरोक्त दवंग दोषियों के विरुद्ध न तो कोई कार्यवाही की गई और ना ही सरकारी नाली को कब्ज़ामुक्त कराया गया। इससे साफ जाहिर होता है कि उक्त दोनों नहर विभाग के कर्मचारियों ने भी अपने निजी हितों के रहते दोषियों से साँठ गांठ कर ली है।

उपरोक्त मामले के सम्बन्ध ने सिंचाई विभाग के जे. ई. से कार्यवाही के बारे में जानकारी चाही गई तो उन्होंने सरकारी नाली की जिम्मेदारी लेखपाल की बताकर पल्ला झाड लिया, और जब क्षेत्रीय लेखपाल से जानकारी की, तो उन्होंने बताया कि सरकारी गूल (नाली) सिंचाई विभाग की होती है, इसके बारे में सिंचाई विभाग जाने।

इससे साफ जाहिर होता है कि जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी कोई भी काम करना ही नहीं चाहते हैं। उपरोक्त मामले में यदि तत्काल शख्त कार्यवाही नहीं की गई तो उक्त मामले का आम आदमी में यह सन्देश जायेगा कि उनका कुछ नहीं हुआ तो मेरा भी कुछ नहीं होगा, इसीलिए मानसिकता के चलते अन्य लोगों के द्वारा भी सरकारी नालियों पर अवैध कब्ज़ा कर लिया जाएगा।

ऐसी स्थिति में सरकारी गुलों (नालियों) का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। इस सम्बन्ध में विक्रान्त सिन्हा (पत्रकार) ने आज जिलाधिकारी फर्रुखाबाद से शिकायती प्रार्थना पत्र देकर नहर की पटरी काटे जाने एवं सरकारी नाली पर से अवैध कव्ज हटवाए जाने की फरियाद की। डी.एम. ने उन्हें यथाशीघ्र नाली पर से कब्ज़ा हटवाए जाने और दोषयों पे कार्यवाही किए जाने का आश्वाशन दिया है।

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