विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर से मिलने पहुचे उनके घर अखिलेश यादव

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ – लखनऊ 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को बहुजन समाज पार्टी के विधायक व उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर के आवास पर जाकर मुलाकात की और उनका हालचाल लिया। माना जा रहा है कि सुखदेख राजभर के पुत्र जल्द सपा में विधिवत शामिल होंगे। अखिलेश यादव की इस मुहिम को यूपी में पिछड़ों खासकर राजभर समुदाय में पैठ गहरी करने की कोशिश से जोड़ कर देखा जा रहा है। बसपा में पिछड़े वर्ग के कई नेता एक-एक करके कम होते जा रहे हैं। इनमें स्वामी प्रसाद मौर्य, लाल जी वर्मा, राम अचल राजभर जैसे नेता प्रमुख हैं।

सुखदेव राजभर ने हाल ही में अखिलेश यादव को पत्र लिख कर राजनीति से सन्यास लेने व अपने पुत्र कमलाकांत राजभर को सपा में लेने का अनुरोध किया था। अखिलेश यादव गोमतीनगर स्थित सुखदेख राजभर के घर गए और उनसे व अन्य परिजनों से मुलाकात की। सुखदेव राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछड़ा वंचित समाज अखिलेश यादव के नेतृत्व में 2022 में सपा सरकार बनाने के लिए जी जान से जुट गया है।

आजमगढ़ की दीदारगंज से विधायक सुखदेव राजभर ने पिछले दिना बसपा प्रमुख ब मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नाम लिखे पत्र में कहा था वह सक्रिय राजनीति से अलग हो रहे हैं। बसपा में बहुजन मूवमेंट और सामाजिक न्याय कमजोर पड़ रहा है। हमारे समाज के मिशनरी और जिम्मेदार लोगों को स्वार्थी तत्वों के दबाव में बाहर निकाल जा रहा है या दरकिनार किया जा रहा है। इन्हीं स्वार्थी तत्वों द्वारा बहुजन मूवमेंट को दिशाहीन किया जा रहा है। सुखदेव राजभर पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।

एक दिन पहले मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी सपा में हुए थे शामिल
मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के साथ उनके बेटे मन्नू अंसारी ने शनिवार को सपा का दामन थामा था। गाजीपुर जिले की मुहम्मदाबाद विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे चुके मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह भोर में समर्थकों के साथ गाजीपुर से लखनऊ पहुंचे थे। यहां सपा मुख्यालय पर अखिलेश यादव ने उन्हें सदस्यता दिलाई थी। इस दौरान बलिया जनपद के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी भी बसपा का दामन छोड़कर शनिवार को सपा में शामिल हुए हैं।

भावुक होकर रोने लगे थे अम्बिका चौधरी
सपा में शामिल होने के बाद अम्बिका चौधरी भावुक हो गए थे और रोने लगे थे। इस पर अखिलेश ने दिलासा दिलाते हुए कहा था कि ना जाने क्यों कुछ मज़बूत रिश्ते यूं ही टूट जाते हैं। अम्बिका चौधरी का स्वागत है पार्टी में। आप के आने से पार्टी मज़बूत हुई है। बहुमत की सरकार बनाने में मदद मिलेगी। नेता जी के जितने पुराने साथी हैं सबको सपा में जोड़ा जाएगा। सही समय पर जो साथ दे वही साथी है।

पहले तो सपाई थे अंसारी बंधु
अंसारी परिवार पहले भी सपा का हिस्सा रह चुका है। सिबगतुल्लाह अंसारी गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की अलका राय से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब एक बार फिर वो सपा में आने पर गाजीपुर की सियासत एक बार फिर से दिलचस्प होने जा रही है।

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