सूबेदार नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, जेवलिन थ्रो में देश के लिए जीता स्वर्ण पदक

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ ओलम्पिक 

टोक्यो ओलंपिक के16वें दिन आज भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने भारत को बहुप्रतीक्षित पहला गोल्‍ड मैडल दिला दिया।

भाला फेंक मुकाबले के फाइनल मुकाबले में शुरुआत से ही बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चोपड़ा सूची में सबसे ऊपर बने रहे . खेल रहे हैं. इससे पहले रेसलर बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक का मैच जीत लिया.इसी के साथ भारत के खाते में एक और मेडल जुड़ गया है.

पांच प्रयास के बाद नीरज टॉप पर रहे. उनके 87.58 मीटर के थ्रो से ज्यादा कोई भी एथलीट नहीं फेंक पाया. दूसरे स्थान पर Jakub Vadlejch हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.67 मीटर का रहा है. तीसरे नंबर पर विटदेस्लाव वेसेली थे. उन्होंने 85.44 मीटर का थ्रो किया था. उन्होंने तीसरे प्रयास में ये थ्रो किया था.

हालांकि नीरज चोपड़ा का चौथे प्रयास में थ्रो फाउल रहा है. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का रहा . ये उन्होंने दूसरे प्रयास में फेंका था. नीरज पहले स्थान पर बने रहे.

जर्मनी के दिग्गज जोहानेस वेटर टॉप-8 से बाहर हो गए हैं. तीन प्रयास में से उनके दो थ्रो फाउल रहे. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 82.52 मीटर का रहा. जोहानेस वेटर गोल्ड मेडल जीतने के प्रबल दावेदार थे.

जैवलिन थ्रो के इतिहास में दूसरा सबसे लंबा थ्रो इन्हीं के नाम है. 28 साल के वेटर को निरंतरता के साथ 90 मीटर दूर भाला फेंकने के लिए जाना जाता है.

उन्होंने 2017 विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण और यूरोपीय थ्रोइंग कप में स्वर्ण पदक जीता था. उन्हें 2019 विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य से ही संतोष करना पड़ा था. वेटर 97.76 मीटर दूर भाला फेंक चुके हैं. ये उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा है.

वह पिछले साल विश्व रिकॉर्ड कायम करने से 72 सेंटीमीटर से चूक गए थे. भाला को सबसे अधिक दूर फेंकने के मामले में वेटर चेक रिपब्लिक के दिग्गज जान जेलेजनी (98.48 मीटर) के बाद दूसरे स्थान पर हैं.

【संवाददाता संजय चौधरी मथुरा】

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