पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज: 33 लोग पांच साल मे बन चुके बाघ का निवाला
आर जे न्यूज़
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज में एक साल पहले दो लोगों को एक साथ बाघ ने मौत के घाट उतार दिया फिर इसके बाद दूसरी फिर घटना हुई एक साल तक जिले में बाघ की कोई घटना ना होने से वनाधिकारियों ने मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर रोक लग जाने से काफी सुकुन महसूस कर रहे थे।
फिर अचानक दियूरिया रेंज में एक साथ दो लोगों की हमले से मौत होते ही वन विभाग हरकत मे आया । इस घटना ने विभाग को पुरानी घटनाए याद दिला दी । विभाग की तरफ से जारी किये गए आकड़ो की माने तो वर्ष 2016 से अभी तक अलग-अलग रेंजों में बाघ के हमले से 33 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें ज्यादातर घटनाए मला रेंज की है ।

इस घटना के बाद वनाधिकारी सुरक्षा को लेकर रात के समय जंगल के रास्तों पर आवाजाही पर रोक लगाने की तैयारी में हैं। आवाजाही का मुख्य कारण पूरनपुर खटीमा मार्ग है
घटनाओ का विवरण- सन 2016 se 2020 तक बाघ ने तकरीबन 31लोगों को शिकार बनाया उसके बाद बाघ आतंक सर चढ़ कर बोलता रहता है |
साल 2021 में हुई अब तक दो मौत -कंधई और सोनू निवासी दियूरिया।
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