जैथरा : सीडीपीओ ऑफिस अब भगवान भरोसे

जैथरा। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी के उत्तम प्रदेश के सपने पर पानी फेरने का काम इन दिनोंं जैथरा में जोरों पर है। एक तरफ कोविड महामारी की तीसरी लहर के लिए मुख्यमंत्री जिला स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ विभाग ऐसे भी हैं जो राम भरोसे चल रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक बालविकास पुष्टाहार परियोजना के स्थानीय कार्यालय का हाल इन दिनों बदहाल हो चला है। परियोजना अधिकारी के ना आने से विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं जिससे सरकारी परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाना आसान नहीं होगा। अगर कोई व्यक्ति अपने काम के लिए परियोजना कार्यालय आता भी है तो उसकी मुलाकात वहां के चपरासी से होती है। हाल यह है कि चपरासी को यह भी पता नहीं होता है कि साहब कार्लायल किस वजह से नहीं आये हैं या फिर कब तक आएंगे। कार्यालय में अधिकारी के नदारद रहने से लोगों की समस्याओं का समाधान भी नहीं हो पा रहा और उन्हे खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है।

इस मामले में बाल विकास पुष्टाहार परियोजना कार्यालय के बाहर स्थित एक दुकान के मालिक से जब जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उसने बताया कि सीडीपीओ कार्यालय खुलने का कोई निर्धारित समय ही नहीं है। जब मन होता है अधिकारी और कर्मचारी आ जाते हैं, जब मन करता है चले जाते हैं। दुकानदार ने आगे बताया कि पोषाहार मीटिंग के दिन को छोड़कर शेष दिन अधिकारी और कर्मचारियों की मनमर्जी ही चलती है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि कर्मचारियों की मनमर्जी की वजह से बाल विकास विभाग की योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं। यही नहीं गर्भवती महिलाएं व कुपोषित बच्चों के लिए शासन स्तर से आने वाला पोषाहार वितरण की नियमित मॉनिटरिंग भी नहीं हो पा रही है। लोगों का कहना है प्रजा त्रस्त है,

अधिकारी और कर्मच�

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