कोरोना वायरस के चलते मरीजों के सामने एक के बाद एक खड़ी हो रही मुसीबतें, अब ऑक्सीजन रेगुलेटर की सता रही कमी

आर जे न्यूज़-

दवाइयां और बेड के संकट के बाद एक और चिंता ने सरकार को परेशान कर दिया है। प्रदेश में कोरोना के मामले अब रोजाना तेज रफ्तार से बढ़ रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में ऑक्सीजन सिलिंडर तो पर्याप्त मात्रा में हैं लेकिन उनको चलाने वाले रेगुलेटर की भारी किल्लत हो गई है। रेगुलेटर उपकरण ऑक्सीजन सिलिंडर के सिरे पर लगता है। इसी रेगुलेटर के जरिये पाइप से होकर ऑक्सीजन मरीज के मुंह तक पहुंचाई जाती है।

अब बिना रेगुलेटर ऑक्सीजन सिलिंडर बेकार ही साबित होंगे। हालांकि, प्रदेश में अभी स्थिति खराब नहीं हुई है। मरीजों को रेगुलेटर की कमी की वजह से दिक्कत नहीं आई है। लेकिन, अगर कोरोना के मामले आने वाले दिनों में ज्यादा हुए तो हालात खराब हो सकते हैं। जिलों के डीसी और सीएमओ बाजार में ऑक्सीजन सिलिंडर रेगुलेटर नहीं मिलने के चलते परेशान हैं।

क्या कहते हैं तीन जिलों के डीसी:- 
जिला कांगड़ा के डीसी राकेश प्रजापति ने माना कि बाजार में इन दिनों ऑक्सीजन सिलिंडर के रेगुलेटर की कमी है। संक्रमण की रफ्तार जिस तरह से बढ़ रही है उस हिसाब से अब ज्यादा रेगुलेटर की जरूरत पड़ेगी। पिछले दो हफ्तों से बाजार में रेगुलेटर बहुत कम मात्रा में मिल रहे हैं। हमीरपुर की डीसी देवाश्वेता बनिक ने कहा कि मरीजों को कोई दिक्कत पेश नहीं आ रही है।

संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देख हम आगे की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन, रेगुलेटर बाजार में बहुत कम मात्रा में मिल रहे हैं। ऊना के डीसी राघव शर्मा ने बताया कि वर्तमान में जिस तरह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है तो उसे देख अभी से हम तैयारी कर रहे हैं। बाजार में रेगुलेटर बहुत कम मात्रा में मिल रहे हैं। अगर मिल भी रहे हैं तो दाम पांच से छह गुणा ज्यादा हैं।

डॉक्टर राजेश बोले- रेगुलेटर और ऑक्सीजन की कमी से परेशानी:-
बालाजी अस्पताल कांगड़ा के एमडी डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि पूरे हिमाचल प्रदेश में इस समय ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ लगने वाले रेगुलेटर की कमी है। 800 रुपये वाला रेगुलेटर 6500 रुपये में मिल रहा है। ऑक्सीजन की भी अब किल्लत आ रही है। आने वाले समय में हालात खराब हो सकते हैं। ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ लगने वाले रेगुलेटर बाजार में मिल नहीं रहे हैं।

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