एटा : ऑक्सीजन की कमी से खतरे में आई मरीजों की जान

एटा। ऑक्सीजन की किल्लत के बीच सरकारी एंबुलेंसों को ऑक्सीजन सप्लाई से इनकार कर दिया गया है।
जिले में 46 एंबुलेंस संचालित की जा रही हैं।
इनमें से 14 वाहन कोविड ड्यूटी में लगाए गए हैं।
जिन सप्लायर से इन्हें ऑक्सीजन मिलती है, उन्होंने आपूर्ति से हाथ खड़े कर लिए हैं।
ऐसे में गंभीर मरीजों की जान खतरे में आ गई है।
बढ़ते मरीजों के कारण अस्पताल में बेड खाली नहीं हैं।
इससे दिक्कतों का सामना एंबुलेंस कर्मियों को भी करना पड़ रहा है।
यहां से गंभीर रोगियों को आगरा, अलीगढ़ व सैफई मेडिकल कालेजों के लिए रेफर किया जाता है।
वहां पहुंचने में दो घंटे के समय के अलावा मेडिकल कॉलेज में औपचारिकताएं पूरी कर भर्ती कराने में तीन से चार घंटे लग जाते हैं।
ऐसे में एंबुलेंस में ऑक्सीजन की किल्लत हो जाती है।
अभी तक यहां दो स्थानीय सप्लायर एंबुलेंसों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहे थे।
उन्हें भी आपूर्ति कम मिल रही है, वहीं अन्य अस्पतालों से मांग बढ़ी है। ऐसे में उन्होंने एंबुलेंसों के लिए ऑक्सीजन देने से मना किया है।
ढाई घंटे का लगता है समय
मरीज को आगरा, सैफई या अलीगढ़ ले जाने में ढाई घंटे का समय लगता है।
ऐसे में गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता जरूरी है।
रात के समय मरीज को भर्ती कराने के लिए ज्यादा दिक्कत होती है।
राज्य प्रमुख ने लिखा पत्र
कार्यदायी संस्था के राज्य प्रमुख संदीप दुबे ने सीएमओ को पत्र लिख है।
सप्लायर को ऑक्सीजन सपी्लाई उपलब्ध कराने के लिए दिशा-निर्देश देने की बात कही है।
ऑक्सीजन की अभी तो कमी नहीं है।
कंपनी से पत्र मिला उसको सीएमओ को भेजा है।
ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता जरूरी है।
विष्णु, जिला संचालन अधिकारी एंबुलेंस
जिला संवाददाता दीपक वर्मा की रिपोर्ट ✍️

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