गाजियाबाद: पति ने पत्नी को उतरा मौत के घाट फिर की आत्महत्या की कोशिश

आर जे न्यूज़-

गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर चार स्थित जिस फ्लैट के कमरे में देवजीत ने पत्नी की हत्या की, वहां पर पूजा ने ऑनलाइन कक्षा के दौरान पढ़ाने के लिए व्हाइट बोर्ड लगाया था। पुलिस को इसी पर देवजीत द्वारा लिखा सुसाइड नोट मिला है। जानिए जिस प्यार को देवजीत 13 साल पहले अपनी जिंदगी में लाए थे उसे कैसे अपने ही हाथों से वैलेंटाइन डे के दिन उजाड़ दिया। घटना के उस पूरे दिन क्या-क्या हुआ और उस दहला देने वाले सुसाइड नोट में देवजीत ने क्या-क्या लिखा व्हाइट बोर्ड पर सुसाइड नोट लिखा था।

देवजीत ने लिखा है कि बताने के लिए कुछ नहीं बचा है। मैं बिना किसी दबाव के यह कृत्य कर रहा हूं। इसके लिए सिर्फ मैं ही जिम्मेदार हूं। इसके लिए सिर्फ मुझे ही दोषी माना जाए। इसके साथ ही लिखा है कि मेरी पत्नी ने कई बार मुझे रोकने की कोशिश की, मगर मैं पिछले करीब 15 दिनों से गलतियों पर गलतियां करता गया। इसका मुझे अहसास भी नहीं हुआ। मैंने सभी को अंधकार में रखा। किसी को नहीं पता था। यह सब मेरी ही मूर्खता है। मेरे बच्चे का ख्याल रखना। मेरी पत्नी का इसमें कोई कसूर नहीं है। इसके साथ ही सुसाइड नोट में ऊपर 14 फरवरी पूजा, रात 11:35 बजे और 15 फरवरी देव, सुबह पांच बजे लिखा है। पुलिस को अंदेशा है कि उसने लिखा है कि रात 11:35 बजे पूजा की हत्या की है। सुबह पांच बजे उसने आत्महत्या की कोशिश की है।

वहीं, सुसाइड नोट और सीसीटीवी फुटेज के समय में काफी अंतर है। सुसाइड नोट के अनुसार देवजीत ने सुबह पांच बजे आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन फुटेज में वह सुबह 9:10 बजे फ्लैट से निकलता दिख रहा है। पुलिस मान रही है कि कलाई की नस कटी होने के चार घंटे तक कोई बैठा नहीं रह सकता है। इससे पता चल रहा है कि उसने सुबह पांच बजे के बजाय नौ बजे के आसपास नस काटी है।

दोपहर करीब तीन बजे कौशांबी पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर देवजीत का बयान रिकार्ड किया। बयान और जांच के आधार पर पुलिस ने बताया है कि देवजीत ने रविवार रात में ही सोते समय पूजा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह घर पर ही रहा। सोमवार सुबह अपनी कलाई की नस काटी है। फिलहाल देवजीत की हालत चिंताजनक होने के चलते पुलिस उससे इस कृत्य के पीछे के कारणों का पता नहीं कर सकी है। दिल्ली निवासी पूजा के मायके वाले मौके पर पहुंच गए हैं। जबकि असम निवासी देवजीत के परिजन भी जानकारी मिलने पर यहां के लिए रवाना हो चुके हैं। पुलिस की जांच सामने आया कि देवजीत रविवार को पूजा और रेहान के साथ ईस्ट पार्क रोड करोलबाग दिल्ली स्थित अपने ससुराल गया था। वहां पर रेहान को छोड़कर रात करीब 9.54 बजे पूजा के साथ लौटा था।

दोनों शांतिपूर्ण तरीके से घर आए थे। ससुराल वालों ने भी किसी तरह के विवाद का पुलिस से कोई जिक्र नहीं किया है। वह अक्सर बच्चे को नानी के यहां छोड़ आया करते थे। रात में अचानक हुई इस घटना से आशंका जताई जा रही है कि उसने पहले ही वारदात को अंजाम देने की साजिश रची होगी।

पुलिस की जांच में आया कि देवजीत का बेटा रेहान पांचवीं का छात्र है। पूजा करीब ढाई साल पहले उसी के स्कूल की शिक्षिका थी। किसी कारण से उनकी नौकरी छूट गई थी। देवजीत रेहान के स्कूल के अभिभावक संघ के अध्यक्ष हैं। पुलिस के मुताबिक, सोमवार को स्कूल से संबंधित एक मामले की तारीख पर उसे गाजियाबाद कोर्ट जाना था। पुलिस जांच में सामने आया है कि 14 वर्ष पूर्व देवजीत ने इस मकान को खरीदा था।

कुछ समय पूर्व आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने पर बैंक का लोन नहीं भर पाए। इस पर बैंक ने मकान को सील कर दिया था। पुलिस के मुताबिक, ससुराल वालों ने मदद कर रुपये जमा किए इसके बाद यह सील खोली गई। एसएचओ कौशांबी महेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस आर्थिक तंगी, समेत विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। युवक के होश में आने पर ही बातचीत के बाद पूरा मामले स्पष्ट हो सकेगा।

कौशांबी थाना क्षेत्र के वैशाली सेक्टर पांच निवासी एक युवक ने सोती हुई पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद अपने बाएं हाथ की कलाई की नस काट ली। सुबह करीब नौ बजे हाथ जेब में डालकर आरोपी पति घर से निकलकर पड़ोस के खाली प्लॉट में पहुंचा। वहां वह बेहोश हो गया। पड़ोसी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा है। मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि देवजीत ने पूजा से 13 साल पहले लव मैरिज की थी और वैलेंटाइन डे के दिन उसने जिस तरह से पत्नी की हत्या की और फिर खुदकुशी करने की कोशिश की उससे सब हैरान हैं

पुलिस ने बताया कि देवजीत असम का रहने वाला है। जबकि पूजा दिल्ली करोलबाग की रहने वाली थी। दोनों ने 2008 में प्रेम विवाह किया था। दोनों के बीच कभी किसी तरह का विवाद परिजनों तक नहीं पहुंचा। लेकिन रविवार को वैलेंटाइन डे की रात  देवजीत ने अपने ही हाथों से पूजा का गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। जबकि सुबह खुद की हाथ की नस काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की।

वैशाली सेक्टर पांच के ऋषभ अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर जीसी में देवजीत दत्ता (38) पत्नी पूजा (35) और 10 साल के बेटे रेहान के साथ रहते हैं। देवजीत एक स्कूल के पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी पूजा शिक्षिका थीं। वह फिलहाल बच्चों को ऑनलाइन क्लास देती थीं। पुलिस के मुताबिक रविवार रात करीब 11:30 बजे देवजीत ने पत्नी पूजा की सोते समय गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद सुबह करीब नौ बजे अपने बाएं हाथ की नस काट कर घर से बाहर निकल आया। घर के ही पास में खाली प्लॉट में वह बेहोश होकर गिर गया। पड़ोसी ने देवजीत को घायल हालत में पड़े देख पुलिस को सूचना दी।

सूचना पाकर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह, सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन, महेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और देवजीत को पास के पारस अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस और पड़ोसी जब जांच के लिए फ्लैट में पहुंचे तो बेड पर पूजा का शव पड़ा हुआ था। पुलिस को दीवार पर लगे व्हाइट बोर्ड पर लिखा सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें उसने किसी को घटना का जिम्मेदार नहीं ठहराया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि आंतरिक कारणों से वह यह कदम उठा रहा है।

पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पहले पत्नी की गला दबाकर हत्या की फिर सुबह अपने हाथ की नस काट ली। इस घटना से पहले दंपती अपने बेटे रेहान को रविवार को करोलबाग स्थित नानी के घर पर छोड़ आया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों को मामले की सूचना दी है। एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि महिला की हत्या कर पति ने अपने हाथ की नस काटकर सुसाइड करने का प्रयास किया है। आरोपी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। परिजनों की ओर से तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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