सपा की सरकार बनने पर प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था होगी लागू- अखिलेश यादव

चुनावी वर्ष शुरू होने के साथ ही आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने राजनीतिक दलों से मिलकर पदोन्नति में आरक्षण देने की व्यवस्था को लागू करने का अभियान शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश वर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधियों ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर पदोन्नति में आरक्षण बिल को संसद में पास कराने व पिछड़े वर्गों को भी पदोन्नति में आरक्षण देने की व्यवस्था लागू कराने में मदद करने की मांग की।

अखिलेश ने भी आश्वासन दिया है कि सपा की सरकार बनने पर प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था लागू करने के साथ ही रिवर्ट किए गए दलित व पिछड़े वर्ग के कर्मियों के दुबारा प्रमोशन दिया जाएगा।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों से मिलने का कार्यक्रम तैयार किया है। इस मौके पर अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि सपा सरकार में करीब 2 लाख दलित कार्मिकों को रिवर्ट किया गया था। जिससे दलित कार्मिक अभी तक खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सपा अध्यक्ष से इस मुद्दे पर पार्टी का नजरिया स्पष्ट करने का भी अनुरोध किया।
दलित व पिछड़े कार्मिकों के अधिकार के लिए हमेशा खड़े होने का भी भरोसा दिलाया
अवधेश ने बताया कि करीब एक घंटे तक इस मुद्दे पर चर्चा के बाद सपा अध्यक्ष ने स्वीकार किया कि उनकी सरकार में कुछ गलतियां हो गई हैं।

उन्होंने कहा है कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही सबसे पहली कैबिनेट की मीटिंग में अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था को लागू कराते हुए रिवर्ट कार्मिकों का पूर्व तिथि से सम्मान वापस किया जाएगा और साथ ही पिछड़े वर्गों के लिए भी पदोन्नति में आरक्षण की पूर्व प्राविधानित व्यवस्था को भी बहाल कराया जाएगा।

अखिलेश ने दलित व पिछड़े कार्मिकों के अधिकार के लिए हमेशा खड़े होने का भी भरोसा दिया है। सपा अध्यक्ष में मिलने वाले संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों में डॉ. रामशब्द जैसवारा, आरपी केन, एसपी सिंह, अनिल कुमार, श्याम लाल व अन्जनी कुमार शामिल थे।  अवधेश ने कहा आगे भी सभी राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्षों से मुलाकात कर पदोन्नति में आरक्षण बिल को संसद में पारित कराने की मांग की जाएगी।

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