पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग-31/12/2020

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 31/12/2020, गुरुवार
प्रतिपदा, कृष्ण पक्ष
पौष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ——–प्रतिपदा 09:29:43 तक
पक्ष —————————कृष्ण
नक्षत्र ———पुनर्वसु 19:47:51
योग ————–ऐन्द्र 14:50:04
करण ———कौलव 09:29:43
करण ———–तैतुल 21:34:50
वार ————————-गुरूवार
माह —————————- पौष
चन्द्र राशि ——मिथुन13:37:04
चन्द्र राशि ———————कर्क
सूर्य राशि ———————–धनु
रितु —————————-हेमंत
सायन ————————शिशिर
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक) —-2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय ————— 07:10:53
सूर्यास्त —————–17:34:00
दिन काल ————-10:23:07
रात्री काल ————-13:37:09
चंद्रोदय —————-18:42:23
चंद्रास्त —————–31:30:05

लग्न —-धनु 15°41′ , 255°41′

सूर्य नक्षत्र —————पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र ——————पुनर्वसु
नक्षत्र पाया ——————–रजत

??? पद, चरण ???

को —-पुनर्वसु 07:24:33

हा —-पुनर्वसु 13:37:04

ही —-पुनर्वसु 19:47:51

हु —-पुष्य 25:56:55

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= धनु 15°22 ‘ पू o षा o , 1 भू
चन्द्र = मिथुन 26°23 ‘ पुनर्वसु ‘ 2 को
बुध = धनु 22°07 ‘ पूoषाo ‘ 3 फा
शुक्र= वृश्चिक 25 ° 55, ज्येष्ठा’ 3 यी
मंगल=मेष 02°30 ‘ अश्विनी ‘ 1 चु
गुरु=मकर 08°22 ‘उ oषा o , 4 जी
शनि=मकर 06°43 ‘ उ oषा o ‘ 4 जी
राहू=(व)वृषभ 24°50 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 24°50 ज्येष्ठा , 3 यी

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 13:40 – 14:58 अशुभ
यम घंटा 07:11 – 08:29 अशुभ
गुली काल 09:47 – 11:05 अशुभ
अभिजित 12:02 -12:43 शुभ
दूर मुहूर्त 10:39 – 11:20 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:48 – 15:29 अशुभ

?चोघडिया, दिन
शुभ 07:11 – 08:29 शुभ
रोग 08:29 – 09:47 अशुभ
उद्वेग 09:47 – 11:05 अशुभ
चर 11:05 – 12:22 शुभ
लाभ 12:22 – 13:40 शुभ
अमृत 13:40 – 14:58 शुभ
काल 14:58 – 16:16 अशुभ
शुभ 16:16 – 17:34 शुभ

?चोघडिया, रात
अमृत 17:34 – 19:16 शुभ
चर 19:16 – 20:58 शुभ
रोग 20:58 – 22:40 अशुभ
काल 22:40 – 24:23* अशुभ
लाभ 24:23* – 26:05* शुभ
उद्वेग 26:05* – 27:47* अशुभ
शुभ 27:47* – 29:29* शुभ
अमृत 29:29* – 31:11* शुभ

?होरा, दिन
बृहस्पति 07:11 – 08:03
मंगल 08:03 – 08:55
सूर्य 08:55 – 09:47
शुक्र 09:47 – 10:39
बुध 10:39 – 11:31
चन्द्र 11:31 – 12:22
शनि 12:22 – 13:14
बृहस्पति 13:14 – 14:06
मंगल 14:06 – 14:58
सूर्य 14:58 – 15:50
शुक्र 15:50 – 16:42
बुध 16:42 – 17:34

?होरा, रात
चन्द्र 17:34 – 18:42
शनि 18:42 – 19:50
बृहस्पति 19:50 – 20:58
मंगल 20:58 – 22:06
सूर्य 22:06 – 23:14
शुक्र 23:14 – 24:23
बुध 24:23* – 25:31
चन्द्र 25:31* – 26:39
शनि 26:39* – 27:47
बृहस्पति 27:47* – 28:55
मंगल 28:55* – 30:03
सूर्य 30:03* – 31:11

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 1 + 5 + 1 = 22 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

16 + 16 + 5 = 37 ÷ 7 = 2 शेष

गौरि सन्निधौ = शुभ कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

*सर्वार्थसिद्धि एवं अमृत सिद्धि योग 17:48 से

* श्री चंद्र प्रभु जयन्ती

??? शुभ विचार ???

यस्यार्थास्तस्य मित्राणि यस्यर्थास्तस्य बांधवाः ।
यस्याथाः स पुमांल्लोके यस्यार्थाः सच पण्डितः ।।
।।चा o नी o।।

धनवान व्यक्ति के कई मित्र होते है. उसके कई सम्बन्धी भी होते है. धनवान को ही आदमी कहा जाता है और पैसेवालों को ही पंडित कह कर नवाजा जाता है.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-05

कायेन मनसा बुद्धया केवलैरिन्द्रियैरपि ।,
योगिनः कर्म कुर्वन्ति संग त्यक्त्वात्मशुद्धये ॥,

कर्मयोगी ममत्वबुद्धिरहित केवल इन्द्रिय, मन, बुद्धि और शरीर द्वारा भी आसक्ति को त्याग कर अन्तःकरण की शुद्धि के लिए कर्म करते हैं॥,11॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
अध्यात्म में रुचि रहेगी। किसी संत-महात्मा का आशीर्वाद मिल सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। नौकरी में चैन रहेगा। विवाद से बचें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेकार बातों पर ध्यान न दें। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। प्रमाद न करें।

?वृष
क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। विवाद से क्लेश हो सकता है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। नकारात्मकता रहेगी। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। प्रमाद न करें।

?मिथुन
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। बनते काम बिगड़ सकते हैं। दौड़धूप अधिक होगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। कारोबार में लाभ होगा। आय होगी। धैर्य रखें।

?कर्क
फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। कारोबार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे।

?सिंह
प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश शुभ फल देंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जल्दबाजी न करें।

?‍♀️कन्या
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। काम में मन लगेगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। कारोबार अच्‍छा चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जीवन सु्‍खमय रहेगा।

⚖️तुला
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। आय में वृद्धि होगी। कोई बड़ा रुका हुआ कार्य पूर्ण होने के योग हैं। कारोबार अच्‍छा चलेगा। उत्साह बना रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

?वृश्चिक
दूर से उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। निवेश में जल्दबाजी न करें। आय बनी रहेगी। उत्साह से काम कर पाएंगे।

?धनु
स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। कोई कारोबारी बड़ा सौदा हो सकता है। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में चैन रहेगा। किसी लंबे कारोबारी प्रवास की योजना बन सकती है। समय की अनुकूलता का लाभ लें। प्रसन्नता रहेगी।

?मकर
कोर्ट-कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों में अटके काम पूरे हो सकते हैं तथा स्थिति सुधरेगी। आय में वृद्धि होगी। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। घर में व्यय होगा। किसी दुविधा से निर्णय लेने की क्षमता कम होगी। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें।

?कुंभ
कार्यकारी नए काम मिल सकते हैं। योजना फलीभूत होगी। प्रभावशाली लोगों का सहयोग प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेशादि लाभदायक रहेंगे। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

?मीन
शत्रुभय रहेगा। सुख के साधन जुटेंगे। आय में सुगमता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। शेयर मार्केट तथा म्युचुअल फंड मनोनुकूल रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता तथा उत्साह बने रहेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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