पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 15/12/2020

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -:15/12/2020,मंगलवार
प्रतिपदा, शुक्ल पक्ष
मार्गशीर्ष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ——–प्रतिपदा 19:06:01 तक
पक्ष —————————शुक्ल
नक्षत्र ————-मूल 21:29:58
योग ————-गण्ड 21:30:06
करण —–किन्स्तुघ्न 08:22:55
करण ————-बव 19:06:01
करण ———-बालव 29:55:59
वार ———————–मंगलवार
माह ———————— मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि ———————धनु
सूर्य राशि ——वृश्चिक21:31:57
सूर्य राशि ———————–धनु
रितु —————————-हेमंत
आयन ——————-दक्षिणायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————-07:03:34
सूर्यास्त —————–17:25:31
दिन काल ————-10:21:57
रात्री काल ————-13:38:38
चंद्रास्त —————–18:09:03
चंद्रोदय —————–31:22:45

लग्न —-वृश्चिक 29°23′ , 239°23′

सूर्य नक्षत्र ——————ज्येष्ठा
चन्द्र नक्षत्र ———————-मूल
नक्षत्र पाया ———————ताम्र

??? पद, चरण ???

यो —- मूल 10:24:28

भा —- मूल 15:56:24

भी —- मूल 21:29:58

भू —-पूर्वाषाढा 27:05:18

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य=वृश्चिक 29°22 ‘ ज्येष्ठा , 4 यू
चन्द्र = धनु 04°23 ‘ मूल ‘ 1 यो
बुध = वृश्चिक 26°07 ‘ ज्येष्ठा’ 3 यी
शुक्र= वृश्चिक 05 °55, अनुराधा ‘ 1 ना
मंगल=मीन 26°30 ‘ रेवती ‘ 4 ची
गुरु=मकर 04°22 ‘उ oषा o , 3 जा
शनि=मकर 05°43 ‘ उ oषा o ‘ 3 जा
राहू=(व)वृषभ 25°40 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 25°40 ज्येष्ठा , 3 यी

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 14:50 – 16:08 अशुभ
यम घंटा 09:39 – 10:57 अशुभ
गुली काल 12:15 – 13:32 अशुभ
अभिजित 11:54 -12:35 शुभ
दूर मुहूर्त 09:08 – 09:49 अशुभ
दूर मुहूर्त 22:53 – 23:34 अशुभ

?गंड मूल 07:04 – 21:30 अशुभ

?चोघडिया, दिन
रोग 07:04 – 08:21 अशुभ
उद्वेग 08:21 – 09:39 अशुभ
चर 09:39 – 10:57 शुभ
लाभ 10:57 – 12:15 शुभ
अमृत 12:15 – 13:32 शुभ
काल 13:32 – 14:50 अशुभ
शुभ 14:50 – 16:08 शुभ
रोग 16:08 – 17:26 अशुभ

?चोघडिया, रात
काल 17:26 – 19:08 अशुभ
लाभ 19:08 – 20:50 शुभ
उद्वेग 20:50 – 22:33 अशुभ
शुभ 22:33 – 24:15* शुभ
अमृत 24:15* – 25:57* शुभ
चर 25:57* – 27:40* शुभ
रोग 27:40* – 29:22* अशुभ
काल 29:22* – 31:04* अशुभ

?होरा, दिन
मंगल 07:04 – 07:55
सूर्य 07:55 – 08:47
शुक्र 08:47 – 09:39
बुध 09:39 – 10:31
चन्द्र 10:31 – 11:23
शनि 11:23 – 12:15
बृहस्पति 12:15 – 13:06
मंगल 13:06 – 13:58
सूर्य 13:58 – 14:50
शुक्र 14:50 – 15:42
बुध 15:42 – 16:34
चन्द्र 16:34 – 17:26

?होरा, रात
शनि 17:26 – 18:34
बृहस्पति 18:34 – 19:42
मंगल 19:42 – 20:50
सूर्य 20:50 – 21:58
शुक्र 21:58 – 23:07
बुध 23:07 – 24:15
चन्द्र 24:15* – 25:23
शनि 25:23* – 26:31
बृहस्पति 26:31* – 27:40
मंगल 27:40* – 28:48
सूर्य 28:48* – 29:56
शुक्र 29:56* – 31:04

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

1+ 3 + 1 = 5 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

1 + 1 + 5 = 7 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* धनु में सूर्य 21:31 पर

* धनु संक्रांति

* सरदार पटेल पुण्य स्मृति

??? शुभ विचार ???

आलस्योपगता विद्या परहस्तगतं धनम् ।
अल्पबीजं हतं क्षेत्रं हतं सैन्यमनायकम् ।।
।।चा o नी o।।

खाली बैठने से अभ्यास का नाश होता है. दुसरो को देखभाल करने के लिए देने से पैसा नष्ट होता है. गलत ढंग से बुवाई करने वाला किसान अपने बीजो का नाश करता है. यदि सेनापति नहीं है तो सेना का नाश होता है.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: आत्मसंयमयोग अo-06

प्राप्य पुण्यकृतां लोकानुषित्वा शाश्वतीः समाः ।,
शुचीनां श्रीमतां गेहे योगभ्रष्टोऽभिजायते ॥,

योगभ्रष्ट पुरुष पुण्यवानों के लोकों को अर्थात स्वर्गादि उत्तम लोकों को प्राप्त होकर उनमें बहुत वर्षों तक निवास करके फिर शुद्ध आचरण वाले श्रीमान पुरुषों के घर में जन्म लेता है॥,41॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। विद्यार्थी वर्ग शोध कार्य व शैक्षणिक गतिविधियों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी मे कोई नया विचार क्रियान्वित हो सकता है। कार्य की प्रशंसा होगी।

?वृष
खर्च की मद में इजाफा होगा। बजट बिगड़ेगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। किसी व्यक्ति के उकसावे में नहीं आएं। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। आय बनी रहेगी।

?मिथुन
ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। कोई शारीरिक पीड़ा हो सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। शत्रुओं का पराभव होगा। आर्थिक नीति में बदलाव हो सकता है। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

?कर्क
किसी गंभीर बीमारी की शुरुआत हो सकती है, लापरवाही न करें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। अनहोनी की आशंका रह सकती है। कोर्ट-कचहरी तथा सरकारी मामलों की बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पूजा-पाठ आदि पर व्यय होगा।

?सिंह
यात्रा में जल्दबाजी न करें। मन में दुविधा व संशय रहेंगे। कार्य की सफलता के लिए प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। गलतफहमी से विवाद हो सकता है। भावनाओं पर अंकुश आवश्यक है। हितशत्रुओं से सावधान रहें। कारोबार ठीक चलेगा। आय होगी। चिंता बनी रहेगी।

?‍♀️कन्या
मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आय में वृद्धि होगी। कोई बड़ा कार्य प्रारंभ करने का मन बनेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश शुभ फल देगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। भरपूर प्रयास करें।

⚖️तुला
परिवार के छोटे सदस्यों की बाहर से शिकायत आ सकती है, ध्यान दें। चोट व रोग से हानि की आशंका है, लापरवाही न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पुरानी लेनदारी वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें।

?वृश्चिक
किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ें। हल्की हंसी-मजाक से बचें। चोट व रोग से परेशानी संभव है। दांपत्य जीवन में आनंद का वातावरण रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति लाभदायक बनेगी। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लाभ होगा।

?धनु
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। सट्टे, जुए व लॉटरी से दूर रहें। रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भाग्य का सहारा रहेगा। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। चोट व रोग से बचें। किसी बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है।

?मकर
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। विशेष सम्मान हो सकता है। विवेक का प्रयोग करें। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। जल्दबाजी में कोई व्यवहार न करें।

?कुंभ
दूर से अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। व्यस्तता रहेगी। प्रमाद न करें।

?मीन
किसी अपने ही व्यक्ति से विवाद हो सकता है। स्वाभिमान को चोट लग सकती है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें। कारोबार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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