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*********|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक-: 30/11/2020,सोमवार*
पूर्णिमा, शुक्ल पक्ष
कार्तिक
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि ———पूर्णिमा 14:58:44 तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ———रोहिणी 32:29:44
योग ————–शिव 10:44:07
करण ————-बव 14:58:44
करण ———-बालव 27:57:40
वार ————————-सोमवार
माह ————————-कार्तिक
चन्द्र राशि ——————– वृषभ
सूर्य राशि ——————-वृश्चिक
रितु —————————–शरद
आयन ——————दक्षिणायण
संवत्सर ———————-शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942
वृन्दावन
सूर्योदय —————-06:53:06
सूर्यास्त —————–17:22:47
दिन काल ————-10:29:41
रात्री काल ————-13:31:04
चंद्रोदय —————–17:27:06
चंद्रास्त —————–31:12:18
लग्न —-वृश्चिक 14°9′ , 224°9′
सूर्य नक्षत्र —————अनुराधा
चन्द्र नक्षत्र ——————रोहिणी
नक्षत्र पाया ——————–लोहा
*??? पद, चरण ???*
ओ —-रोहिणी 12:40:47
वा —-रोहिणी 19:18:17
वी —-रोहिणी 25:54:37
*??? ग्रह गोचर ???*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य=वृश्चिक 14°52 ‘अनुराधा , 4 ने
चन्द्र = वृषभ 28°23’ रोहिणी ‘ 1 ओ
बुध = तुला 03°07 ‘ विशाखा’ 4 तो
शुक्र= तुला 16°55, स्वाति ‘ 3 रो
मंगल=(व)मीन 22°30’ रेवती ‘ 2 दो
गुरु=धनु 01°22 ‘ उ oषा o , 2 भो
शनि=मकर 03°43’ उ oषा o ‘ 3 जा
राहू=(व)वृषभ 26°35 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 26°35 ज्येष्ठा , 3 यी
*???शुभा$शुभ मुहूर्त???*
राहू काल 08:12 – 09:31 अशुभ
यम घंटा 10:49 – 12:08 अशुभ
गुली काल 13:27 – 14:45 अशुभ
अभिजित 11:47 -12:29 शुभ
दूर मुहूर्त 12:29 – 13:11 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:35 – 15:17 अशुभ
?चोघडिया, दिन
अमृत 06:53 – 08:12 शुभ
काल 08:12 – 09:31 अशुभ
शुभ 09:31 – 10:49 शुभ
रोग 10:49 – 12:08 अशुभ
उद्वेग 12:08 – 13:27 अशुभ
चर 13:27 – 14:45 शुभ
लाभ 14:45 – 16:04 शुभ
अमृत 16:04 – 17:23 शुभ
?चोघडिया, रात
चर 17:23 – 19:04 शुभ
रोग 19:04 – 20:46 अशुभ
काल 20:46 – 22:27 अशुभ
लाभ 22:27 – 24:08* शुभ
उद्वेग 24:08* – 25:50* अशुभ
शुभ 25:50* – 27:31* शुभ
अमृत 27:31* – 29:12* शुभ
चर 29:12* – 30:54* शुभ
?होरा, दिन
चन्द्र 06:53 – 07:46
शनि 07:46 – 08:38
बृहस्पति 08:38 – 09:31
मंगल 09:31 – 10:23
सूर्य 10:23 – 11:15
शुक्र 11:15 – 12:08
बुध 12:08 – 13:00
चन्द्र 13:00 – 13:53
शनि 13:53 – 14:45
बृहस्पति 14:45 – 15:38
मंगल 15:38 – 16:30
सूर्य 16:30 – 17:23
?होरा, रात
शुक्र 17:23 – 18:30
बुध 18:30 – 19:38
चन्द्र 19:38 – 20:46
शनि 20:46 – 21:53
बृहस्पति 21:53 – 23:01
मंगल 23:01 – 24:08
सूर्य 24:08* – 25:16
शुक्र 25:16* – 26:24
बुध 26:24* – 27:31
चन्द्र 27:31* – 28:39
शनि 28:39* – 29:46
बृहस्पति 29:46* – 30:54
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*?दिशा शूल ज्ञान———————पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 2 + 1 = 18 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*? शिव वास एवं फल -:*
15 + 15 + 5 = 35 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान वास = मृत्यु कारक
*?भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*?? विशेष जानकारी ??*
* कार्तिक पूर्णिमा
* कार्तिक स्नान समाप्त
* भीष्म पंचक समाप्त
* आद्यनिम्बार्काचाय जयन्ती
*??? शुभ विचार ???*
सकृज्जल्पन्ति राजानः सकृज्जल्पन्ति पण्डिताः ।
सकृत्कन्याः प्रदीयन्ते त्रीण्येतानि सकृत्सकृत् ।।
।।चा o नी o।।
यह बाते एक बार ही होनी चाहिए..
१. राजा का बोलना.
२. बिद्वान व्यक्ति का बोलना.
३. लड़की का ब्याहना.
*??? सुभाषितानि ???*
गीता -: आत्मसंयमयोग अo-06
यतो यतो निश्चरति मनश्चञ्चलमस्थिरम् ।,
ततस्ततो नियम्यैतदात्मन्येव वशं नयेत् ॥,
यह स्थिर न रहने वाला और चंचल मन जिस-जिस शब्दादि विषय के निमित्त से संसार में विचरता है, उस-उस विषय से रोककर यानी हटाकर इसे बार-बार परमात्मा में ही निरुद्ध करे॥,26॥,
*?? दैनिक राशिफल ??*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
?मेष
किसी तीर्थस्थान के दर्शन तथा पूजा-पाठ का आयोजन हो सकता है। व्यय होगा। राजकीय सहयोग से स्थिति अनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। आलस्य न कर भरपूर कोशिश करें। आय में वृद्धि होगी। चोट व रोग से बाधा संभव है। जल्दबाजी न करें।
?वृष
लेन-देन में सावधानी रखें। बाजार में इज्जत बढ़ेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि मनोनुकूल रहेंगे। इसके बाद भी चिंता बनी रहेगी। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। किसी भी तरह के विवाद में भाग न लें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है।
?मिथुन
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। अटके काम पूरे होंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। लाभ में वृद्धि होगी। निवेश इत्यादि लाभप्रद रहेंगे। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। उत्साह से कार्य कर पाएंगे। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। प्रमाद न करें।
?कर्क
स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। कारोबारी बड़े सौदे हो सकते हैं। बड़ा मुनाफा हो सकता है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें थकान रहेगी।
?सिंह
अध्ययन तथा शोध इत्यादि कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। मित्रों के साथ समय सुखद व्यतीत होगा। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह से कार्य कर पाएंगे। हित शत्रुओं से सावधानी आवश्यक है।
?♀️कन्या
प्रयास थोड़े तथा लाभ अधिक होगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि लाभदायक रहेंगे। किसी बड़े कार्य को करने का मन बनेगा। आय में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे।
⚖️तुला
वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कोई बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। हताशा का अनुभव होगा। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें।
?वृश्चिक
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। किसी यात्रा की योजना बन सकती है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। दूसरे के कार्य में हस्तक्षेप न करें। धन प्राप्ति सुगमता से होगी।
?धनु
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी में चोट लग सकती है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। अज्ञात भय सताएगा। कमजोरी रह सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार अच्छा चलेगा।
?मकर
फालतू खर्च होगा। आर्थिक परेशानी हो सकती है। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी हो सकती है। गलतफहमी के कारण विवाद हो सकता है। नए संबंध बनाने के पहले विचार करें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। लाभ होगा।
?कुंभ
योजना फलीभूत होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ रहेगा। प्रसन्नता तथा उत्साह से काम कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। जल्दबाजी से बचें। व्यस्तता के कारण थकान रहेगी।
?मीन
डूबी हुई रकम प्राप्ति के योग हैं, भरपूर प्रयास करें। यात्रा लाभदायक रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग मनोनुकूल रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता तथा उत्साह का वातावरण रहेगा। प्रमाद न करें।
?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599