उत्तर प्रदेश : महोबा आज की ताजा खबरें राष्ट्रीय जजमेंट के साथ

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1-आम जनता के लिए विनाशकारी है खास पूंजीपतियो को लाभ पहुंचाना

महोबा 26 नवम्बर। कानपुर डिवीजन इन्श्योरेंन्स इम्प्लाइज एसोशिएशन के बैनर तले यहां कर्मचारियों ने एक दिवसीय हड़ताल की है। उनकी मांग है कि आईपीओ लाने का फेसला वापस लिया जाए और सरकार नयी पेंशन को वापस लेकर पुरानी पेंशन को फिर से बहाल करें। यह भी मांग है कि अभी हाल में ही 8 हजार नये सहायकों की भर्ती के बाद एनपीएस के दायरे में एक बड़ी संख्या आती है। जिसको पुरानी पेंशन का लाभ दिलाया जाना एसोशिएसन का मकसद और कर्तव्य है।

कहां गया है कि एलआईसी के कर्मचारी हड़ताल के जरिए और हमारा संगठन भारत सरकार की जन विरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध कर रहा है। हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा एलआईसी के विनिवेश का प्रस्ताव पारित हुआ। जिससे की एलआईसी के 25 से 30 फीसदी शेयर सरकार शेयर बाजार में आईपीओ(प्रारंभिक प्रस्ताव) के माध्यम से सूचीबद्ध करेगी मालूम हो कि एलआईसी के स्थापना से ही इसका उददेश्य आम जनमानस की सेवा करना और उनको सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना रहा है। यही वजह थी कि पिछली किसी भी सरकार ने इसके शेयरों को बेंचने का फैसला कभी भी नहीं लिया और सदैव ही इसका स्वामित्व अपने पास रखा। शेयर बाजार में उतरने के बाद किसी भी संस्था के फैसले जन सेवा से पृथक मुनाफा कमाने की ओर केन्द्रित होना अपरिहार्य है।

हड़ताल में बैठे कर्मचारी संगठन के नेताओं का कहना है कि जिस तरह से सरकार सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण करके कुछ खास पूंजी पत्तियों को लाभ पहुंचा रही है यह आम जनता के लिए विनाश कारी है। लिहाजा संगठन ने सरकार से मांग की है कि वह एलआईसी के आईपीओ लाने का अपन फैसला जल्द से जल्द वापस लें। संगठन का कहना है कि बीते कुछ दिनों पहले फैली कोरोना महामारी इस बात की पुष्टि करती है कि लोगों को सामाजिक सुरक्षा की कितनी जरूरत है लिहाजा हमारा एजेण्डा राजनैतिक न होकर सामाजिक है।

एआईआईईए के मुख्य उददेश्य हमेशा से ही कर्मचारियों का हित, निजीकरण का विरोध, और देश की प्रगति ही रहे हैं। हड़ताल में शाखा सचिव सुरेश सोनी, अध्यक्ष श्रीमती तंजीम अख्तर, देवीदीन, रंजीत कुमार, सुशील सिंह, आनंद विश्नोई, कमलेश कुमार, श्रीमती रेखा सिंह, निखिल द्विवेदी, प्रमांशु शुक्ला, पारस कुमार, राहुल आदित्य, मुकेश विश्वकर्मा, संजय यादव, दीपक बापजेयी, मोहम्मद अबरार, जयप्रकाश मिश्रा, रचित अवस्थी, संजय कुमार आदि रहे।

2-याचना नहीं अब रण होगा, संग्राम महाभीषण होगा

डांक कर्मचारियों ने भी बुलंद किया इंकलाब का नारा
महोबा 26 नवम्बर। सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर नेशनल फेडरेशन आफ पोस्टल इम्लाइज यूनियन ने भी हड़ताल की है। मांग है कि नई अंशदायी पेंशन योजना को समाप्त किया जाए और सभी कर्मचारियों को पुरानी परिभाषित पेंशन योजना की बहाली की जाए। रेलवे, रक्षा और डांक विभागो का निजीकरण बंद करे। ग्रामीण डांकसेवको का नियमति करण किया जाए। व सामुचिकित्साय बीमा सुविधाओं समेत कमलेशचंद समिति की रिपोर्ट की सभी सिफारिशों को लागू करे। मांग है कि सामान काम के लिए सामान वेतन दिया जाए।

केन्द्रीय कर्मचारी परिसंघ के आवहन पर यहां आयोजित एक दिवसीय हड़ताल में साफ-साफ लफ्जों में कहां गया है याचना नहीं अब रण होगा संग्राम महाभीषण होगा। यानी संगठन ने अपने इरादे इसके माध्यम से जाहिर भी कर दिये। उनकी 14 सूत्रीय मांगे है, जिसमें डांक विभाग के कैडर पुनर्गठन के प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जाए उन सभी कर्मचारियों को विशेष आकिस्मक अवकाश का अनुदान जो कोविड-19 से सम्बंधित समस्याओं के कारण उपस्थित नहीं हो सके एवं एक सामान दिशा निर्देश जारी करने की मांग एवं कोविड-19 के कारण मृतक कर्मचारी के आश्रित में से किसी एक की अनुकंपा नियुक्ति की जाए। रोज ट्रांस्पोर्ट नेटवर्क डांक घरो, आरएमएस कार्यालयों व मेल मोटर सेवाओं के विलीनीकरण को बंद किया जाए। हड़ताल में रमेश मिश्रा, ताजीम अंसारी, सुरेश बाजपेयी, स्वदेश गुप्ता आदि मौजूद रहे

3-आग से जलकर राख हुआ ब्यूटी पार्लर  अग्नि पीड़िता ने इलाकाई पुलिस को दी सूचना

0 सूचना पर पहुंचा दमकल दस्ता मशक्कत के बाद आग पर काबू
0 अग्नि पीड़िता ने सरकारी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग

महोबा 26 नवम्बर। शहर के प्राइवेट मोटर स्टैण्ड के नजदीक एक ब्यूटी पार्लर में अचानक आग लग गयी, ब्यूटी पार्लर में रखी सारी सामग्री जल गयी है। अग्नि पीड़ित महिला ने मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी है औ आर्थिक सहायता शासन से दिलाये जाने की गुहार लगाई है।

शहर के प्राइवेट मोटर स्टैण्ड के नजदीक नेहा ब्यूटी पार्लर की एक दुकान संचालित है, ममता अहिरवार इस ब्यूटी पार्लर का संचालन करती है। बीती रात वह निमंत्रण पर गयी हुयी थी, रात 10 बजे जब वह निमंत्रण से लौटी तो उनकी ब्यूटी पार्लर की दुकान से दुआं निकल रहा था उन्होंने आनन-फानन इसकी सूचना इलाकई पुलिस समेत अग्निशमन दस्तें को दी सूचना के बाद दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा और उसने मशक्कत के साथ आग पर काबू पाया है।

यहां अग्नि पीड़िता ममता अहिरवार द्वारा शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक को दिये गये पत्र में बताया है कि अग्निकाण्ड की इस घटना में 60 हजार रुपया तथा ब्यूटी पालर से सम्बंधित सामान, मशीने, लंहगा, चुनरी, और यहां तक की बच्चों के कपड़े भी जल गये है। उसका कहना है कि कि अब वह बेहद परेशान हो गयी है। जमा पूंजी आग की भेंट चढ़ गयी है और रोजी, रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उसने सरकारी सहायता दिलाये जाने की मांग की है।

4-हम सभी का कर्तव्य है की करे संविधान का पालन : जिला जज
महोबा 26 नवम्बर। संविधान दिवस के अवसर पर जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरवीर सिंह द्वारा पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, धनेन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय, रूपेश रंजन सहित समस्त न्यायिक अधिकारियों, अपर जिला जज प्रथम रमाकान्त प्रसाद, अपर जिला जज द्वितीय संतोष कुमार, तृतीय अपर जिला जज पाक्सो अवनीश कुमार राय,

अपर जिला जज एफ0टी0सी0 निर्दोष कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विराट शिरोमणि, सिविल जज सी0डि0,प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अभिषेक कुमार व्यास, सिविल जज जू0डि0 श्रीमती अर्पिता सिंह, जे0एम0 प्रथम दिव्यकान्त राठौर एवं समस्त न्यायिक कर्मचारियां कों भारतीय संविधान की प्रस्तावना का पाठन प्रातः 10ः30 बजे न्यायालय परिसर में कराया गया तथा जनपद न्यायाधीश द्वारा समस्त न्यायिक अधिकारियों तथा समस्त कर्मचारियों को भारतीय संविधान में दिये गये नागरिकों के मूल कर्तव्यां की शपथ भी दिलायी गयी।

उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरवीर सिंह द्वारा समस्त न्यायिक अधिकारियों तथा समस्त न्यायिक कर्मचारियों को संविधान में नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुये संदेश दिया कि हम कर्मचारी होने के साथ-साथ हम सभी नागरिक भी है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम सभी संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रगान का आदर करें, स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजाए रखे और उनका पालन करें, भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण रखे, देश की रक्षा करें और आवाहन किये जाने पर राष्ट्र की सेवा करें।

भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करे जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग पर आधारित सभी भेदभाव से परे हो, ऐसी प्रथाओं का त्याग करें जो स्त्रियों के सम्मान के विरूद्ध हों, हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्व समझे और उसका परिरक्षण करें, प्राकृतिक पर्यावरण की जिसके अंर्तगत वन, झील, नदी, और वन्यजीव आते हैं, की रक्षा करें और उसका संवर्धन करें

राष्ट्रीय जजमेंट के लिए महोबा से काजी आमिल की रिपोर्ट

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