पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 6 नवंबर 2020

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*********|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक -: 06/11/2020,शुक्रवार*
पंचमी, कृष्ण पक्ष
कार्तिक
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि ———-पंचमी 06:36:04 तक
पक्ष —————————-कृष्ण
नक्षत्र ———–आर्द्रा 06:43:54
योग ————-सिद्ध 06:50:35
योग ————-साध्य 30:19:56
करण ———–तैतुल 06:36:04
करण ————–गर 19:04:15
वार ————————शुक्रवार
माह ———————— कार्तिक
चन्द्र राशि —– मिथुन 25:47:32
चन्द्र राशि ———————-कर्क
सूर्य राशि ———————- तुला
रितु —————————–शरद
आयन ——————दक्षिणायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2076
शाका संवत —————-1942
वृन्दावन
सूर्योदय —————-06:34:42
सूर्यास्त —————–17:30:35
दिन काल ————-10:55:53
रात्री काल ————-13:04:50
चंद्रास्त —————-11:24:17
चंद्रोदय —————–21:56:37
लग्न —-तुला 19°56′ , 199°56′
सूर्य नक्षत्र ——————स्वाति
चन्द्र नक्षत्र ——————–आर्द्रा
नक्षत्र पाया ——————–रजत
*??? पद, चरण ???*
छ —- आर्द्रा 06:43:54
के —- पुनर्वसु 13:07:23
को —- पुनर्वसु 19:28:37
हा —- पुनर्वसु 25:47:32
*??? ग्रह गोचर ???*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य=तुला 19°52 ‘ स्वाति , 4 ता
चन्द्र = मिथुन 19°23 ‘ आर्द्रा ‘ 4 छ
बुध = तुला 02°07 ‘ चित्रा’ 3 रा
शुक्र= कन्या 16°55, हस्त ‘ 2 ष
मंगल=(व)मीन 21°30’ रेवती ‘ 2 दो
गुरु=धनु 26°22 ‘ उ oषा o , 1 भे
शनि=मकर 02°43’ उ oषा o ‘ 2 भो
राहू=(व)वृषभ 27°40 ‘मृगशिरा , 2 वो
केतु=(व)वृश्चिक 27°40 ज्येष्ठा , 4 यू
*???शुभा$शुभ मुहूर्त???*
राहू काल 10:41 – 12:03 अशुभ
यम घंटा 14:47 – 16:09 अशुभ
गुली काल 07:57 – 09:19 अशुभ
अभिजित 11:41 -12:25 शुभ
दूर मुहूर्त 08:46 – 09:30 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:25 – 13:08 अशुभ
?चोघडिया, दिन
चर 06:35 – 07:57 शुभ
लाभ 07:57 – 09:19 शुभ
अमृत 09:19 – 10:41 शुभ
काल 10:41 – 12:03 अशुभ
शुभ 12:03 – 13:25 शुभ
रोग 13:25 – 14:47 अशुभ
उद्वेग 14:47 – 16:09 अशुभ
चर 16:09 – 17:31 शुभ
?चोघडिया, रात
रोग 17:31 – 19:09 अशुभ
काल 19:09 – 20:47 अशुभ
लाभ 20:47 – 22:25 शुभ
उद्वेग 22:25 – 24:03* अशुभ
शुभ 24:03* – 25:41* शुभ
अमृत 25:41* – 27:19* शुभ
चर 27:19* – 28:57* शुभ
रोग 28:57* – 30:35* अशुभ
?होरा, दिन
शुक्र 06:35 – 07:29
बुध 07:29 – 08:24
चन्द्र 08:24 – 09:19
शनि 09:19 – 10:13
बृहस्पति 10:13 – 11:08
मंगल 11:08 – 12:03
सूर्य 12:03 – 12:57
शुक्र 12:57 – 13:52
बुध 13:52 – 14:47
चन्द्र 14:47 – 15:41
शनि 15:41 – 16:36
बृहस्पति 16:36 – 17:31
?होरा, रात
मंगल 17:31 – 18:36
सूर्य 18:36 – 19:41
शुक्र 19:41 – 20:47
बुध 20:47 – 21:52
चन्द्र 21:52 – 22:58
शनि 22:58 – 24:03
बृहस्पति 24:03* – 25:08
मंगल 25:08* – 26:14
सूर्य 26:14* – 27:19
शुक्र 27:19* – 28:25
बुध 28:25* – 29:30
चन्द्र 29:30* – 30:35
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*?दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 5 + 6 + 1 = 27 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*? शिव वास एवं फल -:*
20 + 20 + 5 = 45 ÷ 7 = 3 शेष
वृषभारूढ़ = शुभ कारक
*?भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*?? विशेष जानकारी ??*
* सर्वार्थ सिद्धि योग 6:44 से
* स्कन्ध षष्ठी
*??? शुभ विचार ???*
शुध्दं भूमिगतं तोयं शुध्दा नारी पतिव्रता ।
शुचिः क्षेमकरोराजा संतोषी ब्राह्मणः शुचिः ।।
।।चा o नी o।।
जो जल धरती में समां गया वो शुद्ध है. परिवार को समर्पित पत्नी शुद्ध है. लोगो का कल्याण करने वाला राजा शुद्ध है. वह ब्राह्मण शुद्ध है जो संतुष्ट है.
*??? सुभाषितानि ???*
गीता -: आत्मसंयमयोग अo-0
यं सन्न्यासमिति प्राहुर्योगं तं विद्धि पाण्डव ।,
न ह्यसन्न्यस्तसङ्‍कल्पो योगी भवति कश्चन ॥,
हे अर्जुन! जिसको संन्यास (गीता अध्याय 3 श्लोक 3 की टिप्पणी में इसका खुलासा अर्थ लिखा है।,) ऐसा कहते हैं, उसी को तू योग (गीता अध्याय 3 श्लोक 3 की टिप्पणी में इसका खुलासा अर्थ लिखा है।,) जान क्योंकि संकल्पों का त्याग न करने वाला कोई भी पुरुष योगी नहीं होता॥,2॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
?मेष
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बाहरी सहायता से कार्यों में गति आएगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है, अत: लापरवाही से बचें। प्रसन्नता बनी रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी।
?वृष
चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि की आशंका है। विवाद को बढ़ावा न दें। अतिउत्साह हानिप्रद रहेगा। कुसंगति से बचें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी उलझन में फंस सकते हैं। विवेक से निर्णय लें। सार्वजनिक स्थान पर लोगों का ध्यान नहीं खींच पाएंगे। धैर्य रखें।
?मिथुन
संबंधियों तथा मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। स्वास्थ्य कमजोर होगा। किसी बाहरी व्यक्ति पर भरोसा न करें।
?कर्क
दु:खद समाचार मिल सकता है। भागदौड़ रहेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। प्रियजनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। अपरिचितों पर अंधविश्वास न करें। कारोबार ठीक चलेगा। आय होगी। धैर्य रखें।
?सिंह
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा, साक्षात्कार व करियर संबंधी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। जोखिम न उठाएं। थकान महसूस होगी।
?‍♀️कन्या
शैक्षणिक व शोध इत्यादि कार्यों के परिणाम सुखद रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आयोजन हो सकता है। नौकरी कार्य में उत्साह व प्रसन्नता से सफलता प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेशादि लाभदायक रहेंगे। भाग्य का साथ रहेगा। जल्दबाजी न करें।
⚖️तुला
यात्रा लाभदायक रहेगी। काफी समय से रुका हुआ धन प्राप्ति के आसार हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में वृद्धि होगी। कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। जल्दबाजी न करें।
?वृश्चिक
राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। धार्मिक कृत्यों में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। थकान महसूस होगी। किसी लंबे प्रवास की योजना बनेगी। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा।
?धनु
बेरोजगारी दूर होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रतिद्वंद्वी पस्त होंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई रुका हुआ कार्य पूर्ण होने के योग हैं।
?मकर
घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। लंबे प्रवास की योजना बनेगी। बड़ा काम करने का मन बनेगा। कारोबार में अनुकूलता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से बचें।
?कुंभ
नई योजना बनेगी। पुराने किए गए निर्णयों का लाभ अब प्राप्त होगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में वृद्धि होगी। नए कार्यकारी अनुबंध हो सकते हैं। नौकरी में चैन रहेगा। घर में तनाव रह सकता है। चिंता में वृद्धि होगी।
?मीन
किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। फालतू खर्च होगा। असमंजस रहेगा। निर्णय लेने की क्षमता कम होगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। अशुभ समय।
?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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