सावधान : मिलावटी मिठाइयों से रहें दूर

कहीं जानलेवा ना बन जाए दिवाली की मिठाईयां

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वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते लॉकडाउन व सरकार की अनलॉक गाइड लाइन के लंबे समय बाद बाजारों में रौनक देखने को मिली है जहां व्यापारी सबसे बड़े त्यौहार दीपावली की तैयारियों में जुड़ गए हैं वहीं लोगों ने त्योहारी खरीददारी करना भी शुरू कर दिया है दीपावली के इस पावन पर्व और त्योहार पर मिठाइयों के जरिए लोगों की खुशियों को बांट मुंह मीठा कराया जाता है वैसे भी मिठाइयों के बिना त्यौहार अधूरे लगते हैं लेकिन अगर आप इस दीपावली बाजार से मिठाई खरीदने वाले हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि यह मिठाई आपकी सेहत खराब भी कर सकती है यहां तक कि जानलेवा भी साबित हो सकती है
केमिकल एवं रसायनों की मिलावट
मिलावटी मिठाई खाने से कई तरह की दिकक्तें हो सकती हैं। मिलावटी मिठाई को खाने से लिवर तक डैमेज हो सकता है। नकली मिठाई को बनाने के लिए मिलावटी खोएं का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के नकली खोए को बनाने के लिए रिफायंड ऑयल या नकली घी का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा कई मामलों में देखा गया है कि नकली खोआ या दूध बनाने के लिए डिर्टजेंट पाउडर तक का इस्तेमाल किया जाता है। मानव शरीर इन सब चीजों को पचाने में सक्षम नहीं होता है और सीधा असर पाचन क्रिया पर पड़ता है। शरीर के अंदर ज्यादा मात्रा में डिर्टजेंट जाने में लिवर तक डैमेज हो सकता है। इसके अलावा मिलावटी मिठाई से लोगों को उल्टी की समस्या, दस्त और घबराहट भी हो सकती है। मिलावटी फूड आयटम्स खाने के कुछ मामले काफी गंभीर भी हो सकते हैं और यह जानलेवा तक साबित हो सकते हैें।
मिलावटी मिठाई पहचानने के लिए करें खोए का टेस्ट
  • खोआ या मावा मिठाईयों को स्वादिष्ट बनाता है। इस टेस्ट से खोये में स्टार्च की मिलावट का पता लगाया जाता है:
  • -5 मिली लीटर पानी में खोये के 2-3 मिलीग्राम सैंपल को उबालें।
  • -इस मिश्रण को ठंडा करें और इसमें आयोडीन की  2-3 बूंदें डालें।
  • -अगर मिश्रण नीले रंग में बदल जाए, तो इसका मतलब इसमें स्टार्च है।
  • इसके अलावा मेडिकल स्टोर में खोआ परीक्षण किट भी मिलती है, जिससे खोये का टेस्ट किया जा सकता है।
क्वालिटी से समझौता नहीं
ग्राहक थोड़ा ज्यादा पैसा देकर क्वालिटी से समझौता नहीं करना चाहते हैं हल्दीराम की सोन पापड़ी और अमूल और पराग का रसगुल्ला पेड़ा लोगों की पहली पसंद बन गई है क्षेत्रीय मिठाई दुकानदारों पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ा है गंगागंज के चौरसिया स्वीट के मालिक बैजनाथ चौरसिया गुड्डू बताते हैं सालों से अपनी मिठाई की उच्च क्वालिटी बनाए रखी है उनके ग्राहक विश्वास से बंधे हुए हैं ज्यादा मुनाफाखोरी और लालच में लोगों की सेहत से खिलवाड़ नहीं कर सकते 30 वर्षों से अपने लाजवाब पेड़ों के स्वाद के साथ क्वालिटी में कोई समझौता नहीं होता
राघवेंद्र सिंह ,संवाददाता राष्ट्रीय जजमेंट लखनऊ

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