अमित शाह का ऐलान, भारत टैक्सी शुरू करेगी सरकार, जानें किसे होगा इसका लाभ

राष्ट्रीय जजमेंट

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि सरकार जल्द ही ‘भारत टैक्सी’ सेवा शुरू करेगी, जिसके तहत लाभ का कुछ हिस्सा चालकों के साथ साझा किया जाएगा। पंचकुला में सहकारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य ग्राहकों की सुविधा में सुधार के साथ-साथ चालकों की आय में वृद्धि करना है। अमित शाह ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय की पहल के माध्यम से, हम जल्द ही ‘भारत टैक्सी’ शुरू करेंगे, जिसका पूरा लाभ चालक भाइयों को मिलेगा। इससे ग्राहकों की सुविधा बढ़ेगी और चालकों का लाभ भी बढ़ेगा। केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के राष्ट्र-उन्मुख योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य ने खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने, दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने और खेल जगत में उत्कृष्टता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने देश की खाद्य सुरक्षा और खेल उपलब्धियों में निरंतर योगदान दिया है, और राज्य के किसानों ने कई मोर्चों पर देश को गौरवान्वित किया है। शाह ने कहा कि हरियाणा ने हमेशा देश की खाद्य सुरक्षा और दुग्ध उत्पादन में योगदान दिया है और खेल के क्षेत्र में देश को कई पदक दिलाए हैं। चाहे कोई भी मोर्चा हो, हर मोर्चे पर हरियाणा के किसानों ने गर्व से भारत का तिरंगा फहराया है।शाह ने खाद्यान्न उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाने और वैश्विक पहचान हासिल करने के लिए हरियाणा और पंजाब दोनों की सराहना की। राष्ट्रीय सुरक्षा में हरियाणा की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए शाह ने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद, यह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और तीनों सशस्त्र बलों में प्रति व्यक्ति सैनिकों की सबसे अधिक संख्या का योगदान देता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब ने देश को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने और विश्व में सम्मान अर्जित करने का काम किया है। छोटा राज्य होने के बावजूद, हरियाणा की माताएँ मातृभूमि की रक्षा के लिए तीनों सशस्त्र बलों (सीएपीएफ) में जनसंख्या के अनुपात में सबसे अधिक सैनिक प्रदान करती हैं। उनकी बहादुरी के कारण ही भारत की सेनाएँ और सशस्त्र बल कई आक्रमणों को सफलतापूर्वक विफल करने में सक्षम हुए हैं।गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पशुपालन, कृषि और सहकारी प्रणालियों को एकीकृत करके समृद्धि प्राप्त की जा सकती है, और कहा कि इन क्षेत्रों में सहयोग से आर्थिक विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा पशुपालन, कृषि और सहकारी समितियाँ – यदि इन तीनों को मिला दिया जाए, तो सहयोग के माध्यम से समृद्धि का सृजन किया जा सकता है। शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकारी खर्च में हुई वृद्धि पर भी प्रकाश डाला और बताया कि कृषि बजट 2014 में 22,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.27 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि ग्रामीण विकास बजट 80,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये हो गया।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More