गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक महिला सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन टीम ने गाजियाबाद के थाना मुरादनगर पर तैनात महिला उपनिरीक्षक प्रिया सिंह को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। पीड़ित रजनीश त्यागी ने बताया कि उनकी पत्नी ने उनके ऊपर डोमेस्टिक वायलेंस (घरेलू हिंसा) का मुकदमा लिखवाया था। मुकदमे में धारा नहीं बढ़ने और माता-पिता, मामा का लड़का और भतीजे का नाम निकलवाने के नाम पर 2 लाख रुपये की मांग महिला उपनिरीक्षक कर रही थी। इसके बाद 50 हजार रुपये में बात तय हो गई थी।
रजनीश त्यागी ने बताया कि मुकदमे में धारा 498ए और अन्य गंभीर धाराएं जोड़ने, उनके माता-पिता, मामा के लड़के और भतीजे के नाम हटाने के बहाने प्रिया सिंह ने उनसे दो लाख रुपये की मांग की थी। बातचीत के बाद 50 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम को सूचना दी, जिसके बाद जाल बिछाकर प्रिया सिंह को मौके पर दबोच लिया गया।
दहेज उत्पीड़न केस में एसआई का कांड
पीड़ित ने बताया की महिला उपनिरीक्षक प्रिया सिंह दहेज उत्पीड़न मामले में जांच कर रही थी। महिला उपनिरीक्षक की ओर से दबाव आ रहा था कि पैसों दो या जेल जाओ। दो लाख रुपये की मांग की जा रही थी जो आखिर में 50 हजार रुपये पर तय हो गया। उन्होंने बताया कि मामले में मेरी जिला कोर्ट से जमानत हो गई थी। जमानत से आने के बाद केस से मम्मी-पापा, मामा का लड़का और भतीजे का नाम हटाने के एवज में प्रिया सिंह दवाब बना रही थी। इस केस में मेरे परिवार से पांच लोगों के नाम मामला दर्ज है। इसमें सिर्फ मैं ही जेल गया था। बाकियों की बेल हो गई थी।
मुकदमे में और धाराएं जोड़ने की धमकी
पीड़ित रजनीश त्यागी ने बताया, महिला उपनिरीक्षक प्रिया सिंह ने केस में और धाराएं जोड़ने का डर दिखाकर कहा कि वादी की ओर से इस मामले में और मुकदमें लगा दूंगी। कहा कि अभी तो बेल करवाकर आ गए हो, लेकिन आगे से नहीं आ पाओगे। ऐसे मुकदमें लग जाएगा कि तुम्हारी जमानत नहीं हो पाएगी। पीड़ित रजनीश त्यागी ने बताया कि आज दस हजार रुपये प्रिया सिंह को दिए थे, तभी मौके पर टीम ने रंगे हाथों उन्हें दबोच लिया
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