डिलीवरी बॉय से 5 लाख की लूट, पूर्व कर्मचारियों की साजिश उजागर, तीन गिरफ्तार, ढाई लाख से ज्यादा बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली के रंजीत नगर पुलिस ने 22 अक्टूबर की उस सनसनीखेज लूट को महज 35 दिन में सुलझा दिया जिसमें ब्लिंकिट के डिलीवरी बॉय से दिनदहाड़े 5 लाख रुपए लूट लिए गए थे। चौंकाने वाली बात यह कि लूट की पूरी साजिश ब्लिंकिट के ही पूर्व कर्मचारियों ने रची थी और अंदरूनी जानकारी मौजूदा कर्मचारी ने मुहैया कराई थी। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गोंडा से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनके पास से 1 लाख 37 हजार 500 रुपए नकद, लूट के पैसों से खरीदी ड्यूक मोटरसाइकिल, आई-फोन बरामद किया और एक आरोपी के खाते में जमा 1 लाख 53 हजार रुपए फ्रीज करा दिए।

मध्य जिले के डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि 22 अक्टूबर को शादिपुर के सामने सत्या पार्क पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने ब्लिंकिट राइडर को घेरकर 5 लाख रुपए लूट लिए थे। एफआईआर दर्ज होने के बाद इंस्पेक्टर त्रिभुवन नेगी के नेतृत्व में स्पेशल टीम बनाई गई। टीम ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लूट में इस्तेमाल बाइक को चोरी का पाया और फिर फरीदपुरी इलाके तक पहुंची। जांच में पता चला कि सभी आरोपी गोंडा-बलरामपुर के रहने वाले हैं, पहले ब्लिंकिट-जोमैटो में डिलीवरी बॉय रह चुके हैं और दिल्ली में किराए पर रहते थे।

डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि सीडीआर और लोकेशन ट्रेस कर टीम गोंडा पहुंची और तीनों को दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राम अवतार उर्फ राम (24), सिकंदर (25) और वीरू सोनकर (20) के रूप में हुई हैं। पूछताछ में तीनों टूट गए और बताया कि पटेल नगर ब्लिंकिट आउटलेट पर अभी काम करने वाला उनका साथी मनोज (फरार) ने ही डिलीवरी बॉय का स्कूटर नंबर, रंग और कैश ले जाने की पूरी डिटेल दी थी। तीनों ने रंजीत नगर थाने की दो पुरानी छीनैती की वारदातें भी कबूल कर लीं। फरार इनसाइडर मनोज को पकड़ने के लिए दबिशें जारी हैं। लूट का बाकी पैसा और हथियार बरामदगी के प्रयास तेज हैं।

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