वेस्ट दिल्ली में ड्रग माफिया पर पुलिस का प्रहार, 7.2 किलो चरस और 1000 अवैध शराब की बोतलें जब्त

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने “नशा मुक्त भारत अभियान” के तहत दो बड़ी कार्रवाइयाँ कीं है। वेस्ट जिले के तिलक नगर थाना पुलिस ने 7.211 किलो चरस के साथ तीन ड्रग पेडलर गिरफ्तार किए, जिसमें नेपाल से आने वाला मुख्य सप्लायर भी शामिल है। दूसरी कार्रवाई में तिलक विहार पुलिस पोस्ट ने 1000 क्वार्टर अवैध शराब और उसमें इस्तेमाल कार जब्त करते हुए एक पुराने आरोपी को दबोच लिया।

वेस्ट जिले के डीसीपी शरद भास्कर दाराडे ने बताया कि पहली बड़ी सफलता 14 नवंबर को मिली। स्वरग लोक आश्रम के पीछे गश्त के दौरान बुराड़ी निवासी महेंद्र गुप्ता (52 वर्ष) को पकड़ा गया। उसके पास से 155 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में उसने अपने दामाद सचिन गुप्ता का नाम लिया। सचिन ने खुलासा किया कि वह नेपाल मूल के रंजीत लामा से माल लेता है।

टीम ने तुरंत दबिश दी और बुराड़ी में रंजीत लामा (22 वर्ष, जनकपुर नेपाल) को धर दबोचा। मौके से 286 ग्राम चरस मिली। तीन दिन की रिमांड के दौरान सर्च वारंट लेकर उसके घर की तलाशी ली गई तो वहाँ से 6.770 किलो चरस बरामद हुई। कुल मिलाकर 7.211 किलो चरस जब्त हुई। तिलक नगर थाने में एनडीपीएस एक्ट की धारा 20/25 के तहत केस दर्ज हुआ।

दूसरी कार्रवाई 19 नवंबर सुबह केशोपुर मंडी में हुई। एचसी प्रदीप ने एक संदिग्ध कार को रोका। डिग्गी खोलते ही 20 कार्टन में 1000 क्वार्टर अवैध शराब मिली। ड्राइवर विक्रांत विहार, मोहन गार्डन निवासी जमालुद्दीन (36 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ पहले भी नांगलोई में 800 बॉक्स अवैध शराब का केस दर्ज है। कार भी जब्त कर ली गई। तिलक नगर थाने में दिल्ली आबकारी अधिनियम की धारा 33/38/58 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ।

डीसीपी दाराडे ने बताया कि दोनों कार्रवाइयाँ एसएचओ तिलक नगर इंस्पेक्टर बिनीत कुमार पांडेय, एसीपी डॉ. गरिमा तिवारी और तिलक विहार पीपी इंचार्ज एसआई दीपक शर्मा की टीमों ने कीं। “नशे के सौदागरों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। नेपाल से आने वाले ड्रग रैकेट पर भी नजर है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। आगे की जांच जारी है।

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