ट्रॉली बैग में छिपाकर लाए थे 47 किलो गांजा, जनकपुरी में अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट का हुआ पर्दाफाश

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के वेस्ट जिले की एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड ने एक बड़े अंतरराज्यीय ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ कर दिया। पश्चिम बंगाल से दिल्ली लाई जा रही 47 किलोग्राम से ज्यादा गंजा की खेप को जनकपुरी के रामलीला मैदान के पास धर दबोचा गया। इस कार्रवाई से करीब 25 लाख रुपये का नशीला माल बरामद हुआ। चारों आरोपी – सप्लायर, कैरियर और रिसीवर – पकड़े गए। मुख्य आरोपी पश्चिम बंगाल के सप्लायर को पकड़ने के लिए दबिशें तेज कर दी गई हैं।

डीसीपी वेस्ट दराडे शरद भास्कर ने बताया कि 9 नवंबर को एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड को गुप्त सूचना मिली कि जनकपुरी के डिस्ट्रिक्ट पार्क के पास रामलीला मैदान पर भारी मात्रा में गंजा की खेप आने वाली है। तुरंत इंस्पेक्टर मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में एएसआई राजकुमार, हेड कांस्टेबल बसंत, विनय, महिला हेड कांस्टेबल भारती और कांस्टेबल अंकित की स्पेशल टीम गठित की गई। एसीपी ऑपरेशंस की निगरानी में टीम ने मौके पर घेराबंदी की।

संदिग्ध ट्रॉली बैग्स लेकर घूम रहे, टोनी सिंह, सुल्ताना और नूर जहां को दबोच लिया गया। कानूनी प्रक्रिया के तहत बैग खोले गए तो उनमें से 47 किलो से ज्यादा गंजा निकला। चौथा आरोपी संतोष उर्फ भाभी, जो दिल्ली में लोकल सप्लायर और रिसीवर का काम देखता है, 12 नवंबर को पुलिस कस्टडी पूछताछ के दौरान गिरफ्तार हुआ। जनकपुरी थाने में एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गैंग पश्चिम बंगाल से दिल्ली के बीच अच्छी तरह संगठित नेटवर्क चलाता है। मुख्य सप्लायर बंगाल से बल्क कंसाइनमेंट भेजता है। कैरियर सुल्ताना और नूर जहां लंबी दूरी की ट्रेनों से ट्रॉली बैग्स में नशीला माल छिपाकर दिल्ली लाती हैं। संतोष इसे कलेक्ट कर दिल्ली में बांटता है, जबकि टोनी सिंह लोकल फैसिलिटेटर का रोल निभाता है। इस गैंग के पकड़े जाने से दिल्ली-एनसीआर में नशे का सर्कुलेशन कमजोर पड़ा है। बंगाल के मुख्य सप्लायर को ट्रेस करने के लिए टीम लगी हुई है।

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